करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
🌍 विदेशी सहायता का निलंबन और वैश्विक स्वास्थ्य संकट : राजनीति बनाम मानवता मानव सभ्यता की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही है कि उसने विज्ञान और चिकित्सा के सहारे लाखों-करोड़ों लोगों का जीवन बचाने की क्षमता हासिल की है। टीकों की खोज, दवाओं का विकास और स्वास्थ्य अभियानों ने विश्वभर में मृत्यु-दर घटाने और जीवन-आशा बढ़ाने में क्रांतिकारी योगदान दिया है। किंतु जब अंतरराष्ट्रीय राजनीति और सामरिक हितों के कारण स्वास्थ्य जैसे सार्वभौमिक अधिकार पर आघात होता है, तो इसके परिणाम केवल नीतिगत असफलता नहीं बल्कि मानवीय त्रासदी के रूप में सामने आते हैं। हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा विदेशी सहायता निलंबन का निर्णय इसी दिशा में एक गहरी चिंता उत्पन्न करने वाला उदाहरण है। ट्रम्प प्रशासन ने अपनी America First नीति के तहत स्वास्थ्य सहायता को भी विदेशी खर्च मानकर कम कर दिया। इसका सीधा असर USAID और उससे जुड़े कार्यक्रमों पर पड़ा, जिनके माध्यम से HIV और मलेरिया रोधी दवाएँ दुनिया के कई गरीब देशों तक पहुँचाई जाती थीं। अब ये दवाएँ समय पर नहीं पहुँच पा रहीं और कई खेप तो बीच रास्ते ही रोक दी गई ...