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Cracking UPSC Mains Through Current Affairs Analysis

करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि  करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है —  “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...

Punjab Floods 2025: Farmers’ Crisis, Economic Impact and Roadmap for Recovery (UPSC Perspective)

पंजाब की बाढ़: किसानों की तबाही और पुनर्जनन की राह (निबंधात्मक लेख – UPSC दृष्टिकोण से) प्रस्तावना: अन्न भंडार का संकट पंजाब, जिसे भारत का अन्न भंडार कहा जाता है, अपनी उपजाऊ मिट्टी और मेहनती किसानों की बदौलत देश की खाद्य सुरक्षा की रीढ़ रहा है। सतलज, ब्यास और रावी नदियों की गोद में बसा यह राज्य हरित क्रांति का प्रतीक है। लेकिन सितंबर 2025 की भयावह बाढ़ ने इस स्वर्णिम पहचान को गहरी चोट पहुंचाई। खेतों में लहलहाती फसलें जलमग्न हो गईं, किसानों के चेहरों पर निराशा छा गई, और पंजाब का हरा-भरा सपना झीलों में तब्दील हो गया। यह केवल एक प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि एक सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय संकट है, जो हमें दीर्घकालिक समाधानों की ओर सोचने को मजबूर करता है। बाढ़ का विनाशकारी स्वरूप सितंबर 2025 की बाढ़ ने पंजाब के 23 जिलों में तबाही मचाई। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, लगभग 1.93 लाख हेक्टेयर (करीब 4.77 लाख एकड़) कृषि भूमि जलमग्न हो गई। 2,000 से अधिक गांव पानी की चपेट में आए, 50-55 लोगों की जान गई, और करीब चार लाख लोग विस्थापित हुए। प्रारंभिक अनुमान बताते हैं कि ₹13,800 करोड़ का नुकसान हुआ, ज...

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