करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
अमेरिका-कोलंबिया संबंधों में तनाव: ट्रम्प की सहायता कटौती की धमकी का विश्लेषण 19 अक्टूबर 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोलंबिया को दी जाने वाली वित्तीय सहायता में कटौती की धमकी दी, जिसने दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ा दिया। ट्रम्प का कहना था कि कोलंबियाई राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो नशीली दवाओं, खासकर कोकीन के उत्पादन को रोकने में नाकाम रहे हैं। यह बयान न केवल अमेरिका-कोलंबिया संबंधों को प्रभावित करता है, बल्कि नशीली दवाओं के खिलाफ वैश्विक जंग और विदेशी सहायता की नीतियों पर भी सवाल उठाता है। आइए, इस मुद्दे को सरल और रोचक तरीके से समझते हैं। पृष्ठभूमि: नशीली दवाओं का पुराना मसला अमेरिका ने 1970 के दशक से "नशीली दवाओं के खिलाफ युद्ध" छेड़ रखा है, और कोलंबिया, जो दुनिया का सबसे बड़ा कोकीन उत्पादक देश है, इस जंग का केंद्र रहा है। 2000 में शुरू हुए "प्लान कोलंबिया" के तहत अमेरिका ने कोलंबिया को अरबों डॉलर की मदद दी। इस मदद से कोका की फसलों को नष्ट करने, कार्टेल के खिलाफ कार्रवाई करने और कोलंबियाई संस्थाओं को मजबूत करने की कोशिश की गई। लेकिन, संयुक्त राष्...