करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
India vs Reliance-BP: KG Basin Gas Production Dispute — Energy Policy, Arbitration and Resource Governance Analysis
भारत सरकार बनाम रिलायंस–बीपी: कृष्णा-गोदावरी बेसिन गैस उत्पादन विवाद का एक व्यापक विश्लेषण प्रस्तावना भारत की ऊर्जा सुरक्षा, आयात-निर्भरता में कमी और स्वदेशी उत्पादन क्षमता को सुदृढ़ करने के संदर्भ में कृष्णा-गोदावरी (KG) बेसिन का D6 ब्लॉक एक ऐतिहासिक परियोजना के रूप में देखा गया। वर्ष 2000 में इस ब्लॉक को उत्पादन-साझेदारी अनुबंध (PSC) के तहत रिलायंस इंडस्ट्रीज को आवंटित किया गया, जिसे भारत का पहला बड़ा गहरे समुद्री गैस-उत्पादन प्रोजेक्ट माना गया था। इससे न केवल घरेलू गैस आपूर्ति बढ़ने की उम्मीद थी, बल्कि ऊर्जा क्षेत्र में निजी-सार्वजनिक भागीदारी की नई संभावनाएँ भी दिखाई दी थीं। लेकिन समय के साथ यह परियोजना तकनीकी, आर्थिक और संविदात्मक विवादों में घिरती चली गई। नवीनतम घटनाक्रम (दिसंबर 2025) में भारत सरकार ने रिलायंस इंडस्ट्रीज और उसकी साझेदार कंपनी ब्रिटिश पेट्रोलियम (BP) से कथित उत्पादन-कमी के लिए 30 अरब डॉलर से अधिक के मुआवजे की मांग की है। यह विवाद 2016 से एक अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता न्यायाधिकरण के समक्ष लंबित है, जिसकी अंतिम सुनवाई नवंबर 2025 में पूरी हुई, और निर्णय 2026 के ...