करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
भारत में जहरीले कफ सिरप से बच्चों की मौत: विश्व स्वास्थ्य संगठन की चिंता और निर्यात की जांच हाल ही में भारत में एक दुखद घटना ने वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारतीय अधिकारियों से यह स्पष्ट करने को कहा है कि क्या 17 बच्चों की मौत का कारण बने जहरीले कफ सिरप को अन्य देशों में निर्यात किया गया है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन मौतों का संबंध डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (Diethylene Glycol) नामक एक विषाक्त पदार्थ से जुड़ा है, जो कफ सिरप में पाया गया। यह घटना न केवल भारत के लिए बल्कि वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है। घटना का विवरण भारत में 17 बच्चों की मौत के बाद, जांच में पाया गया कि कुछ कफ सिरप में डाइएथिलीन ग्लाइकॉल की मौजूदगी थी, जो एक औद्योगिक रसायन है और मानव उपभोग के लिए अत्यंत हानिकारक है। इस रसायन का उपयोग दवाओं में नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि यह गुर्दे और यकृत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे मृत्यु हो सकती है। यह पहली बार नहीं है जब भारत में इस तरह की घटना सामने आई है। पहले भी, खासकर 2022 और 2023 में,...