करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
असम का कार्बी आंगलोंग संकट (2025): भूमि, जातीय पहचान और जनसांख्यिकीय असुरक्षा का उभरता संकट भूमिका असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में दिसंबर 2025 के अंतिम दिनों में भड़की हिंसा ने एक बार फिर यह सवाल सामने ला दिया है कि उत्तर-पूर्व भारत के जनजातीय क्षेत्रों में भूमि, पहचान और बाहरी प्रवास के प्रश्न कितने संवेदनशील और विस्फोटक हो चुके हैं। कोपिली नदी और उससे जुड़ा पुल, जो वर्षों से कार्बी गांवों और गैर-कार्बी बस्तियों के बीच एक भौगोलिक सीमा-रेखा की तरह मौजूद था, अचानक दो समुदायों के बीच गहरी मनोवैज्ञानिक दूरी का प्रतीक बन गया। 22 और 23 दिसंबर को हुई घटनाएं केवल दो दिनों की हिंसा नहीं थीं; यह उस असंतोष का विस्फोट था, जो लंबे समय से दबा हुआ था और जिसे संवाद और नीतिगत संजीदगी के अभाव में लगातार अनदेखा किया जाता रहा। संघर्ष की चिंगारी: भूख हड़ताल और विवादित भूमि का सवाल हिंसा की पृष्ठभूमि की शुरुआत पहेलंगपी गांव से होती है, जहां 6 दिसंबर से नौ कार्बी युवक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे। उनकी मांग थी कि ग्राम ग्रेजिंग रिजर्व (VGR) और प्रोफेशनल ग्रेजिंग र...