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UPSC CSE 2024 Topper: शक्ति दुबे बनीं पहली रैंक होल्डर | जानिए उनकी सफलता की कहानी

संघर्ष से सेवा तक: UPSC 2025 टॉपर शक्ति दुबे की प्रेरणादायक कहानी प्रयागराज की साधारण सी गलियों से निकलकर देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा UPSC सिविल सेवा 2024 (परिणाम अप्रैल 2025) में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल करने वाली शक्ति दुबे की कहानी किसी प्रेरणादायक उपन्यास से कम नहीं है। बायोकैमिस्ट्री में स्नातक और परास्नातक, शक्ति ने सात साल के अथक परिश्रम, असफलताओं को गले लगाने और अडिग संकल्प के बल पर यह ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया। उनकी कहानी न केवल UPSC अभ्यर्थियों के लिए, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को सच करने की राह पर चल रहा है। आइए, उनके जीवन, संघर्ष, रणनीति और सेवा की भावना को और करीब से जानें। पारिवारिक और शैक्षणिक पृष्ठभूमि: नींव की मजबूती शक्ति दुबे का जन्म प्रयागराज में एक ऐसे परिवार में हुआ, जहां शिक्षा, अनुशासन और देशसेवा को सर्वोपरि माना जाता था। उनके पिता एक पुलिस अधिकारी हैं, जिनके जीवन से शक्ति ने बचपन से ही कर्तव्यनिष्ठा और समाज के प्रति जवाबदेही का पाठ सीखा। माँ का स्नेह और परिवार का अटूट समर्थन उनकी ताकत का आधार बना। शक्ति स्वयं अपनी सफलता का श्रेय अपने ...

Ethics: Meaning and Its Importance in Personal and Public Life

 नैतिकता (Ethics) का अर्थ एवं व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन में महत्ता परिचय नैतिकता (Ethics) वह सिद्धांतों और मूल्यों का समूह है जो यह निर्धारित करता है कि किसी व्यक्ति, समाज या संस्था के लिए क्या सही और क्या गलत है। नैतिकता का आधार मूल रूप से सत्य, ईमानदारी, निष्पक्षता, करुणा, और कर्तव्यपरायणता जैसे गुण होते हैं। यह एक व्यक्ति के जीवन के हर पहलू को प्रभावित करती है, चाहे वह व्यक्तिगत जीवन हो या सार्वजनिक क्षेत्र। आज के वैश्विक और जटिल समाज में नैतिकता का महत्व और भी बढ़ जाता है, क्योंकि नैतिक मूल्यों के बिना समाज में अराजकता, भ्रष्टाचार और अन्याय जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, नैतिकता का पालन न केवल एक अच्छे व्यक्ति के निर्माण में सहायक होता है, बल्कि यह एक सशक्त और पारदर्शी प्रशासन का भी आधार बनता है। नैतिकता (Ethics) की परिभाषा और प्रकृति नैतिकता को विभिन्न दार्शनिकों और विद्वानों ने अलग-अलग तरीकों से परिभाषित किया है: 1. अरस्तू (Aristotle): नैतिकता व्यक्ति के चरित्र और गुणों से संबंधित होती है। उनका मानना था कि एक नैतिक व्यक्ति को "सुनहरा मध्य मार्ग" (Golden Mea...

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