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Pahalgam Attack Fallout: How a Pakistani Mother Lost Her Child at the Wagah Border

सत्यकथा: सरहद की एक माँ भारत-पाक सीमा पर माँ-बेटे की जुदाई: एक मर्मस्पर्शी मानवीय संकट अटारी बॉर्डर पर ठंडी हवाएँ चल रही थीं, पर फ़रहीन की आँखों से गर्म आँसुओं की धार थमने का नाम नहीं ले रही थी। उसके कांपते हाथों में 18 महीने का मासूम बेटा सिकुड़ा हुआ था, जैसे उसे भी पता हो कि कुछ अनहोनी होने वाली है। सिर पर दुपट्टा था, पर चेहरे पर मातृत्व की वेदना ने जैसे सारी दुनिया की नज़रों को थाम रखा था। "उतर जा बेटा... उतर जा," — सास सादिया की आवाज़ रिक्शे के भीतर से आई, लेकिन वह आवाज़ न तो कठोर थी, न ही साधारण। वह टूटे हुए रिश्तों की वह कराह थी जिसे सिर्फ़ एक माँ ही समझ सकती है। रिक्शा भारत की ओर था, पर फ़रहीन को पाकिस्तान जाना था—अपनी जन्मभूमि, पर अब बेगानी सी लगने लगी थी। फ़रहीन, प्रयागराज के इमरान से दो साल पहले ब्याही गई थी। प्यार हुआ, निकाह हुआ और फिर इस प्यार की निशानी—एक नन्हा बेटा हुआ। बेटे का नाम उन्होंने आरिफ़ रखा था, जिसका मतलब होता है—“जानने वाला, पहचानने वाला।” लेकिन आज वो नन्हा आरिफ़ समझ नहीं पा रहा था कि उसकी माँ उसे क्यों छोड़ रही है। "मैं माँ हूँ... कोई अपराधी नही...

Manoj Kumar: The Face of Patriotism in Indian Cinema

मनोज कुमार : सिनेमा के परदे पर राष्ट्रभक्ति की संजीवनी भारतीय सिनेमा ने न केवल मनोरंजन का माध्यम बनकर जनमानस को आकर्षित किया है, बल्कि सामाजिक चेतना, सांस्कृतिक मूल्यों और राष्ट्रभक्ति की भावना को भी मजबूती प्रदान की है। इस दिशा में मनोज कुमार एक ऐसे अभिनेता, निर्देशक और निर्माता के रूप में उभरे, जिन्होंने फिल्मों के ज़रिए भारत की आत्मा को सजीव किया। देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत उनकी फिल्मों ने उन्हें "भारत कुमार" की उपाधि दिलाई। 1965 में आई फिल्म ‘शहीद’ में भगत सिंह की भूमिका निभाकर मनोज कुमार ने जिस जीवंतता से क्रांतिकारी चेतना को परदे पर उतारा, वह आज भी दर्शकों के मन में ताजा है। इसके बाद ‘उपकार’ (1967) में उन्होंने ‘जय जवान, जय किसान’ के संदेश को सिनेमाई भाषा में ढालकर राष्ट्रीय नेतृत्व के नारे को जन-जन तक पहुँचाया। उनके निर्देशन में बनी ‘पूरब और पश्चिम’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’ और ‘क्रांति’ जैसी फिल्में महज फिल्म नहीं थीं, बल्कि वे एक विचार थीं—भारत के सांस्कृतिक आत्मबोध की। मनोज कुमार का सिनेमा केवल भावनात्मक उभार तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने सामाजिक यथार्थ को भ...

ICC Champions Trophy 2025: Winners and Award List

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025: विजेता, मुख्य घटनाएँ और परीक्षोपयोगी तथ्य परिचय: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 क्रिकेट की दुनिया का एक महत्वपूर्ण टूर्नामेंट था, जिसमें शीर्ष आठ टीमें खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही थीं। इस टूर्नामेंट का आयोजन 19 फरवरी से 9 मार्च 2025 तक पाकिस्तान और दुबई में किया गया। यह प्रतियोगिता 2017 के बाद पहली बार आयोजित हुई थी, जिससे क्रिकेट प्रेमियों और खिलाड़ियों में जबरदस्त उत्साह था। इस लेख में हम इस टूर्नामेंट से जुड़ी प्रमुख घटनाओं और परीक्षोपयोगी तथ्यों पर चर्चा करेंगे। टूर्नामेंट का प्रारूप और टीमें चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में कुल 8 टीमें शामिल थीं, जिन्हें दो ग्रुपों में बांटा गया था: ग्रुप ए: पाकिस्तान भारत न्यूजीलैंड बांग्लादेश ग्रुप बी: दक्षिण अफ्रीका ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड अफगानिस्तान प्रत्येक टीम को ग्रुप स्टेज में तीन-तीन मैच खेलने थे। हर ग्रुप से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल में पहुंचीं और फिर फाइनल में मुकाबला हुआ। मुख्य मैच और परिणाम उद्घाटन मुकाबला: 19 फरवरी 2025 को कराची में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच पहला मैच खेला गया, जिसमें पाकिस्तान ने शानदार जीत ...

IIFA Awards 2025: Complete Winners List and Key Facts

 IIFA अवार्ड 2025: विजेताओं की पूरी सूची और महत्वपूर्ण तथ्य परिचय: IIFA (इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी) अवार्ड्स भारतीय सिनेमा का एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार समारोह है, जिसमें हर साल बॉलीवुड फिल्मों और कलाकारों को सम्मानित किया जाता है। IIFA 2025 का आयोजन जयपुर, राजस्थान में किया गया। इस बार का अवार्ड समारोह कई मायनों में खास रहा, क्योंकि किरण राव की फिल्म 'लापता लेडीज' ने 10 पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया। यह लेख प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से महत्वपूर्ण तथ्यों, विजेताओं की सूची और IIFA अवार्ड से जुड़े अन्य पहलुओं को कवर करता है। IIFA अवार्ड्स 2025 के प्रमुख विजेता 1. सर्वश्रेष्ठ फिल्म ➡️ लापता लेडीज 2. सर्वश्रेष्ठ निर्देशक ➡️ किरण राव (लापता लेडीज) 3. मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) ➡️ कार्तिक आर्यन (सत्यप्रेम की कथा) 4. मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (महिला) ➡️ नितांशी गोयल (लापता लेडीज) 5. सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता (पुरुष) ➡️ रवि किशन (लापता लेडीज) 6. सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता (महिला) ➡️ जानकी बोदीवाला (शैतान) 7. सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता (पुरु...

Oscars 2025: Exam-Oriented Facts

 ऑस्कर अवार्ड 2025: परीक्षोपयोगी तथ्य और विस्तृत विश्लेषण ऑस्कर अवार्ड्स, जिन्हें आधिकारिक रूप से अकादमी पुरस्कार (Academy Awards) कहा जाता है, विश्व सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। यह पुरस्कार मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज अकादमी (AMPAS) द्वारा प्रतिवर्ष दिए जाते हैं। 2025 में ऑस्कर अवार्ड्स का 97वां संस्करण 2 मार्च को लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया के डॉल्बी थिएटर में आयोजित किया गया। इस लेख में हम 2025 के ऑस्कर पुरस्कारों की प्रमुख विशेषताओं, विजेताओं, ऐतिहासिक पलों और परीक्षोपयोगी तथ्यों का विश्लेषण करेंगे। ऑस्कर अवार्ड्स 2025 का आयोजन और विशेषताएँ आयोजन तिथि: 2 मार्च 2025 आयोजन स्थल: डॉल्बी थिएटर, लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया प्रस्तावक: एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज (AMPAS) होस्ट: जिम्मी किमेल मुख्य आकर्षण: फ़िल्म Anora का वर्चस्व Emilia Pérez का रिकॉर्ड Wicked के लिए पॉल तज़वेल की ऐतिहासिक जीत समारोह के दौरान हल्का भूकंप ऑस्कर 2025: प्रमुख विजेताओं की सूची ऑस्कर 2025 के ऐतिहासिक पल 1. Anora का वर्चस्व फ़िल्म Anora ने 5 प्रमुख पुरस्कार जीतकर इस साल के ऑस...

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