करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
सुधाकंठ भूपेन हजारिका – ब्रह्मपुत्र के कवि | UPSC दृष्टिकोण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 सितंबर, 2025 को असम के महान सांस्कृतिक प्रतीक भूपेन हजारिका को श्रद्धांजलि दी, जिन्हें ‘सुधाकंठ’ (अमृत स्वर) और ‘ब्रह्मपुत्र के कवि’ के रूप में जाना जाता है। उन्होंने हजारिका के गीतों में निहित मानवता, एकता और सामाजिक न्याय के संदेशों को रेखांकित किया। UPSC के दृष्टिकोण से, भूपेन हजारिका की विरासत और उनके योगदान को भारतीय संस्कृति, सामाजिक समरसता, और पूर्वोत्तर भारत के सांस्कृतिक एकीकरण के संदर्भ में समझना महत्वपूर्ण है। यह लेख उनके जीवन, कार्य और प्रासंगिकता को UPSC की मुख्य परीक्षा और प्रारंभिक परीक्षा के लिए संक्षेप में प्रस्तुत करता है। भूपेन हजारिका का परिचय जन्म और पृष्ठभूमि : 8 सितंबर 1926 को असम के सादिया (तिनसुकिया) में जन्म। बहुआयामी व्यक्तित्व : गायक, संगीतकार, कवि, फिल्म निर्माता, पत्रकार, राजनीतिक चिंतक और सामाजिक कार्यकर्ता। उपनाम : ‘सुधाकंठ’ और ‘ब्रह्मपुत्र के कवि’ उनकी सांस्कृतिक और भावनात्मक गहराई को दर्शाते हैं। शिक्षा : बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से स्नातक और कोलं...