करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
यूरोपीय संघ का एकीकरण और चुनौतियाँ: एक विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण यूरोपीय संघ (ईयू) लंबे समय से क्षेत्रीय एकीकरण का प्रतीक रहा है। इसकी नींव यही विचार लेकर रखी गई थी कि सदस्य देशों के बीच सहयोग और साझा नीतियों के माध्यम से शांति और समृद्धि सुनिश्चित की जा सके। आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर एकजुटता की यह परियोजना पिछले कई दशकों में कई उतार-चढ़ाव देख चुकी है। हाल के वर्षों में ईयू की एकता पर विशेष रूप से ब्रेक्सिट ने सवाल खड़े किए। 2020 में ब्रिटेन का संघ से बाहर निकलना यह साबित करता है कि सदस्य देशों की अपनी राष्ट्रीय प्राथमिकताएँ और घरेलू राजनीतिक दबाव यूरोपीय एकीकरण को चुनौती दे सकते हैं। इसके बावजूद, ईयू ने बाहरी खतरों, जैसे रूस की आक्रामकता और अमेरिका की यूरोपीय सुरक्षा में अनिश्चित रुचि, के जवाब में एकजुट होने की क्षमता दिखाई। ब्रेक्सिट और एकीकरण की चुनौतियाँ ब्रेक्सिट के बाद ईयू के सामने यह चुनौती थी कि कैसे एक बड़े सदस्य देश की अनुपस्थिति के बावजूद समन्वय बनाए रखा जाए। रूस का यूक्रेन पर 2022 का आक्रमण और अमेरिका की नाटो संबंधी अनिश्चितता ने यूरोपीय रक्षा और सुरक्षा नीतियो...