करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
Japan–China Tensions Escalate: How PM Sanae Takaichi’s Taiwan Statement Triggered Beijing’s Strong Retaliation in 2025
बढ़ता तनाव: ताइवान मुद्दे पर जापान की नई प्रधानमंत्री के बयान के बाद चीन की कड़ी प्रतिक्रिया और उसके दूरगामी निहितार्थ प्रस्तावना पूर्वी एशिया आज विश्व राजनीति का सबसे अस्थिर भौगोलिक क्षेत्र बन चुका है। ताइवान जलडमरूमध्य न सिर्फ चीन-अमेरिका प्रतिद्वंद्विता का केंद्र है, बल्कि जापान की सुरक्षा गणनाओं का भी मूल बिंदु है। ऐसे वातावरण में नवंबर 2025 में जापान की नई प्रधानमंत्री सनाये ताकाइची द्वारा ताइवान पर किसी चीनी सैन्य कार्रवाई को “जापान के लिए अस्तित्वगत खतरा” बताना, पहले से गर्म चल रहे समीकरणों पर तेल डालने जैसा था। उनका यह बयान बीजिंग को सीधे चुनौती देने के रूप में देखा गया, और चीन ने राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य—तीनों स्तरों पर आक्रामक प्रतिक्रिया दी। यह पूरी घटना न केवल चीन-जापान संबंधों की जटिलता को उजागर करती है, बल्कि इस क्षेत्र के भविष्य को भी अनिश्चितता की ओर मोड़ रही है। पृष्ठभूमि: सनाये ताकाइची का उदय और ताइवान प्रश्न की संवेदनशीलता 21 अक्टूबर 2025 को सनाये ताकाइची जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं। वे शिंज़ो आबे की नीतियों की वैचारिक उत्तराधिकारी मानी जाती हैं—अ...