करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
Thailand-Cambodia Border Dispute and Suspension of the Kuala Lumpur Accord: A Blow to Southeast Asia’s Fragile Peace
थाईलैंड–कंबोडिया सीमा विवाद और कुआलालंपुर समझौते का निलंबन: दक्षिण–पूर्व एशिया की अस्थिर शांति पर प्रश्न प्रस्तावना दक्षिण–पूर्व एशिया लंबे समय से भू–राजनीतिक तनावों, सीमाई विवादों और शक्ति–संतुलन की राजनीति का केंद्र रहा है। इस परिदृश्य में थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद एक पुरानी लेकिन लगातार सुलगती हुई समस्या है, जिसने बार–बार क्षेत्रीय स्थिरता को चुनौती दी है। हाल ही में थाईलैंड द्वारा कुआलालंपुर समझौते (Kuala Lumpur Accord) को निलंबित करने का निर्णय इस विवाद को पुनः अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में ले आया है। यह वही समझौता था, जो मलेशिया और अमेरिका की मध्यस्थता में कुछ सप्ताह पहले ही दोनों देशों के बीच युद्धविराम और सीमाई तनाव को समाप्त करने के उद्देश्य से संपन्न हुआ था। विवाद की पृष्ठभूमि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच लगभग 800 किलोमीटर लंबी सीमा 20वीं शताब्दी की औपनिवेशिक विरासत से उपजी जटिलताओं का परिणाम है। विशेष रूप से प्रीह विहार मंदिर (Preah Vihear Temple) और उसके आसपास का इलाका दोनों देशों के लिए संवेदनशील और प्रतीकात्मक महत्व रखता है। 1962 में अंतरराष्ट्रीय...