करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
पाकिस्तान-भारत संबंध: शांति के लिए व्यापक संवाद की वकालत संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच पर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के साथ सभी विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से कूटनीतिक माध्यमों से हल करने के लिए व्यापक और समग्र संवाद की वकालत की। यह बयान दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनावपूर्ण संबंधों के बीच एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। शहबाज शरीफ ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि पाकिस्तान भारत के साथ सभी लंबित मुद्दों, विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील विषयों पर, खुलकर बातचीत करने के लिए तैयार है। ऐतिहासिक संदर्भ और चुनौतियां भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध 1947 में विभाजन के बाद से ही जटिल रहे हैं। कश्मीर मुद्दा, सीमा विवाद, और आतंकवाद जैसे विषय दोनों देशों के बीच तनाव का प्रमुख कारण बने हुए हैं। हाल के वर्षों में, विशेष रूप से 2019 में भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद, दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध और भी तनावपूर्ण हो गए। इसके बावजूद, शहबाज शरीफ का यह बयान एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा सकता है, जो दोनों देशों के बीच व...