करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
संपादकीय: ट्रंप का यूएनजीए भाषण और भारत पर अनुचित निशाना संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 80वें सत्र में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का हालिया भाषण एक बार फिर उनकी अप्रत्याशित और विवादास्पद शैली को सामने लाया। इस भाषण में भारत को बार-बार निशाना बनाया गया, जिसमें ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष को समाप्त करने का श्रेय लिया और रूस-यूक्रेन युद्ध को भारत व चीन द्वारा वित्तपोषित बताया। ये दावे न केवल अतिशयोक्तिपूर्ण हैं, बल्कि तथ्यों से परे भी हैं। ट्रंप का यह रवैया न केवल भारत-अमेरिका संबंधों के लिए चुनौतीपूर्ण है, बल्कि वैश्विक कूटनीति में उनकी विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाता है। ट्रंप ने अपने भाषण में दावा किया कि उन्होंने सात महीनों में सात युद्ध समाप्त किए, जिनमें भारत-पाकिस्तान संघर्ष भी शामिल है। यह दावा हैरान करने वाला है, क्योंकि भारत ने स्पष्ट किया है कि इस मुद्दे पर कोई अमेरिकी हस्तक्षेप नहीं हुआ। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्रंप के दावों को खारिज करते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान सीजफायर में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी। इसी तरह, ट्रंप का यह आरोप कि भारत रूसी तेल खरीदकर युद्ध ...