करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
US–Japan Rare Earth and Trade Pact 2025: A Strategic Turning Point in Indo-Pacific Economic Security
अमेरिका-जापान व्यापार एवं दुर्लभ मृदा तत्व समझौता 2025: द्विपक्षीय संबंधों में रणनीतिक मोड़ सारांश 28 अक्टूबर 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प और जापान की प्रधानमंत्री सानाए ताकाइची ने टोक्यो के अकासाका पैलेस में एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो व्यापार उदारीकरण और दुर्लभ मृदा तत्वों (Rare Earth Elements – REEs) की आपूर्ति श्रृंखला को स्थिर करने पर केंद्रित है। यह समझौता केवल आर्थिक सहयोग का दस्तावेज़ नहीं है, बल्कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शक्ति-संतुलन और रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक बनकर उभरा है। अक्टूबर 2025 में चीन द्वारा REE निर्यात नियंत्रण सख्त किए जाने के बाद यह समझौता वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के विविधीकरण और आर्थिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने का साझा प्रयास है। परिचय ट्रम्प और ताकाइची के बीच हुआ ट्रेड एंड रेयर अर्थ फ्रेमवर्क एग्रीमेंट (TARRFA) अमेरिका-जापान संबंधों के नए युग की घोषणा करता है। ट्रम्प ने इसे “New Golden Age of Alliance” कहा, जबकि ताकाइची ने इसे “जापान की आर्थिक स्वतंत्रता और तकनीकी आत्मनिर्भरता का आधार” बताया। यह समझौता ऐसे समय में हुआ ...