Skip to main content

Posts

Showing posts with the label भारत-तालिबान संबंध: अफगानिस्तान मे भारतीय दूतावास की पुनः शुरुआत

MENU👈

Show more

Cracking UPSC Mains Through Current Affairs Analysis

करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि  करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है —  “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...

India Reopens Embassy in Afghanistan: A New Era of Taliban Engagement

भारत-तालिबान संबंधों का उन्नयन: दूतावास पुनर्जनन और नई कूटनीतिक शुरुआत परिचय भारत ने हाल ही में अफगानिस्तान में अपने दूतावास को पुनर्जनन करने का निर्णय लिया है, जो तालिबान शासन के साथ संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम भारत की विदेश नीति में एक नए चरण का प्रतीक है, जो क्षेत्रीय स्थिरता, सुरक्षा और आर्थिक हितों को संतुलित करने की कोशिश को दर्शाता है। यह लेख भारत के इस निर्णय के कूटनीतिक, रणनीतिक और क्षेत्रीय निहितार्थों का विश्लेषण करता है, साथ ही यह भी जांचता है कि यह कदम भारत-अफगानिस्तान संबंधों को कैसे प्रभावित कर सकता है। पृष्ठभूमि भारत और अफगानिस्तान के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ संबंध रहे हैं। भारत ने 2001 के बाद अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य और मानवीय सहायता जैसे क्षेत्रों में अरबों डॉलर का निवेश किया। सलमा बांध, अफगान संसद भवन और विभिन्न शैक्षिक परियोजनाएं भारत की प्रतिबद्धता के उदाहरण हैं। हालांकि, 2021 में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद भारत ने काबुल में अपने दूतावास को बंद क...

Advertisement

POPULAR POSTS