करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
भारत-ऑस्ट्रेलिया रक्षा समझौता: इंडो-पैसिफिक में नई रणनीतिक एकता की शुरुआत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल ही में संपन्न हुआ रक्षा समझौता केवल एक द्विपक्षीय दस्तावेज़ नहीं, बल्कि एक उभरते वैश्विक समीकरण का संकेत है। यह उस रणनीतिक दिशा की पुष्टि करता है जिसमें लोकतांत्रिक शक्तियाँ अब इंडो–पैसिफिक क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए एकजुट हो रही हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और ऑस्ट्रेलियाई उप–प्रधानमंत्री रिचर्ड मार्ल्स द्वारा हस्ताक्षरित यह समझौता दोनों देशों की सशस्त्र सेनाओं को परिचालन स्तर पर जोड़ने की दिशा में एक ठोस कदम है। “हम बहुत उत्साहित हैं,” रिचर्ड मार्ल्स के ये शब्द केवल कूटनीतिक औपचारिकता नहीं, बल्कि उस नये विश्वास का प्रतीक हैं जो दिल्ली और कैनबरा के बीच पनप रहा है। सामरिक गहराई की ओर एक निर्णायक कदम इस समझौते का सबसे बड़ा उद्देश्य दोनों सेनाओं की परस्पर संचालनक्षमता (interoperability) को मजबूत करना है। अब दोनों देशों के रक्षा कमांड एक-दूसरे के साथ सीधे स्टाफ वार्ताएँ करेंगे — यानी सहयोग अब केवल कूटनीतिक स्तर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि युद्ध-प्रशिक्षण, तकनीकी सहयोग औ...