करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
🌏 सनाए ताकैची: जापान की नई दिशा और एशिया-प्रशांत की बदलती भू-राजनीति 27 सितंबर 2025 का दिन जापान की राजनीति के इतिहास में एक निर्णायक क्षण के रूप में दर्ज हो गया — जब सनाए ताकैची ने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) का नेतृत्व जीतकर देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त किया। यह न केवल जापान की रूढ़िवादी राजनीतिक परंपरा में एक ऐतिहासिक बदलाव है, बल्कि पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति-संतुलन के पुनर्गठन का संकेत भी है। ताकैची का उदय “राजनीतिक प्रतीकवाद” से कहीं आगे है; यह जापान के भीतर एक वैचारिक पुनर्जागरण का सूचक है — जो आर्थिक पुनर्निर्माण, रक्षा स्वावलंबन और राष्ट्रीय गौरव को एक साथ जोड़ने की कोशिश कर रहा है। 🇯🇵 एक रूढ़िवादी राष्ट्र में महिला नेतृत्व का उदय जापान, जो दशकों से पुरुष-प्रधान राजनीति का गढ़ रहा है, वहां ताकैची की जीत सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक है। हालांकि, यह परिवर्तन केवल “लैंगिक समानता” का प्रश्न नहीं है, बल्कि शक्ति-संरचना में वैचारिक परिवर्तन का भी संकेत देता है। ताकैची मार्गरेट थैचर से प्रेरित हैं — दृढ़ इच्छाशक्ति, निर्णय क्षमता ...