करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
Sheikh Hasina Exclusive Interview: Exile, Bangladesh’s Political Turmoil, and Her Vision for Democratic Restoration
शेख हसीना का विशेष साक्षात्कार: बांग्लादेश की राजनीतिक उथल-पुथल, निर्वासन और भविष्य की आकांक्षाएँ प्रस्तावना बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने द इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए हालिया विशेष साक्षात्कार में अपने निर्वासन , राजनीतिक संकट , भ्रष्टाचार के आरोपों , और भविष्य की आकांक्षाओं पर बेबाकी से विचार रखे। अगस्त 2024 में छात्र आंदोलनों की हिंसक लहर के बाद सत्ता से बेदखल होकर भारत में शरण लेने वाली हसीना ने इस साक्षात्कार में स्वयं को न केवल एक “निर्वासित नेता” के रूप में प्रस्तुत किया, बल्कि बांग्लादेश के लोकतांत्रिक भविष्य की एक प्रतीक के रूप में भी चित्रित किया। उनकी बातचीत इस बात का प्रमाण है कि दक्षिण एशिया में लोकतंत्र की जड़ें अब भी राजनीतिक प्रतिशोध, संस्थागत अस्थिरता और जन-आंदोलनों की तीव्रता के बीच असुरक्षित हैं। यह साक्षात्कार केवल एक राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि एक युगीन आत्मस्वीकृति है — एक ऐसे नेता की जो स्वयं को इतिहास के कठघरे में खड़ा देख रही हैं। न्यायिक जांच समिति का विघटन: हसीना की सबसे बड़ी पीड़ा साक्षात्कार का सबसे अहम बिंदु था — न्यायिक जांच समिति ...