करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
North Korea Warns Against Japan’s Nuclear Debate: Implications for East Asian Security and Global Non-Proliferation
उत्तर कोरिया की चेतावनी और जापान की परमाणु बहस: पूर्वी एशिया की सुरक्षा दुविधा भूमिका: स्मृति, भय और बदलती भू-राजनीति पूर्वी एशिया की राजनीति में परमाणु प्रश्न केवल सामरिक नहीं, बल्कि ऐतिहासिक, नैतिक और मनोवैज्ञानिक आयाम भी रखता है। हिरोशिमा–नागासाकी की स्मृति, कोरियाई प्रायद्वीप का सैन्यीकरण और चीन-अमेरिका प्रतिस्पर्धा—इन सबके बीच दिसंबर 2025 में जापान से जुड़ा एक कथित बयान क्षेत्रीय तनाव का नया केंद्र बन गया। जापानी प्रधानमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा “जापान को अंततः स्वयं की रक्षा के लिए परमाणु हथियार रखने चाहिए” जैसा संकेत, भले ही अनौपचारिक और व्यक्तिगत राय बताया गया हो, परंतु इसकी गूंज उत्तर कोरिया से लेकर वैश्विक कूटनीतिक मंचों तक सुनाई दी। उत्तर कोरिया की तीखी प्रतिक्रिया केवल एक बयान पर प्रतिक्रिया नहीं थी, बल्कि वह पूर्वी एशिया में बदलते शक्ति-संतुलन को लेकर उसकी गहरी आशंकाओं और रणनीतिक गणनाओं को भी उजागर करती है। जापान की सुरक्षा बहस: शांतिवाद से यथार्थवाद की ओर? जापान की पहचान लंबे समय तक एक शांतिवादी राष्ट्र के रूप में रही है। उसका संविधान, विशेषकर अनुच्...