करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
भारत में नवीकरणीय ऊर्जा की तेज़ बढ़त: तीन वर्षों में रिकॉर्ड वृद्धि, चुनौतियाँ और अवसर प्रस्तावना भारत के ऊर्जा परिदृश्य में नवीकरणीय स्रोतों का महत्व तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में जारी आँकड़ों के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में नवीकरणीय विद्युत उत्पादन में पिछले तीन वर्षों की तुलना में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। यह सिर्फ़ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि भारत के ऊर्जा संक्रमण (Energy Transition) और जलवायु प्रतिबद्धताओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है। इस निबंध में हम इस वृद्धि के कारण, प्रभाव और चुनौतियों का विश्लेषण करेंगे। ऊर्जा परिदृश्य: नवीनतम तथ्य जनवरी–जून 2025 के बीच नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में 24.4% वृद्धि हुई। नॉन-हाइड्रो नवीकरणीय स्रोतों (सौर, पवन, बायो आदि) की हिस्सेदारी राष्ट्रीय बिजली उत्पादन में 17% से अधिक हो गई। कोयला आधारित उत्पादन में 3% गिरावट आई। 2025 में 32 GW नई नवीकरणीय क्षमता जोड़ने की उम्मीद है। (स्रोत: Reuters, 1 जुलाई 2025) वृद्धि के प्रमुख कारण 1. सरकारी नीति और लक्ष्य भारत ने 2030 तक 500 GW गैर-फॉसिल क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है। इसके...