करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
अल्बनीज़-ट्रम्प शिखर सम्मेलन: महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति श्रृंखलाओं में भू-आर्थिक निर्भरता को संतुलित करना सारांश 20 अक्टूबर 2025 को व्हाइट हाउस में आयोजित ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पहली द्विपक्षीय बैठक, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं और संसाधन कूटनीति के नए अध्याय का प्रतीक है। चीन द्वारा महत्वपूर्ण खनिजों पर नियंत्रण और निर्यात प्रतिबंधों के बाद, यह बैठक पश्चिमी देशों में ऊर्जा सुरक्षा, औद्योगिक आत्मनिर्भरता और रणनीतिक गठबंधन की दिशा तय करने के लिहाज से निर्णायक मानी जा रही है। मुख्य उद्देश्य—ऑस्ट्रेलिया के विशाल खनिज भंडारों में अमेरिकी निवेश को आकर्षित करना और “फ्रेंडशोरिंग” (मित्र देशों में आपूर्ति श्रृंखला निर्माण) को गति देना—वैश्विक भू-आर्थिक ढांचे को पुनः परिभाषित कर सकता है। परिचय: खनिजों की नई भू-राजनीति 21वीं सदी की औद्योगिक दौड़ में तेल की जगह अब लिथियम, कोबाल्ट और रेयर अर्थ तत्वों ने ले ली है। ये खनिज न केवल इलेक्ट्रिक वाहनों और नवीकरणीय ऊर्जा प्रणालियों की रीढ़ हैं, बल्कि उन्नत रक्षा तकनीक, एआई चिप्स और अंतरिक्ष अ...