करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
भारत का एआई सम्मेलन – तकनीकी नेतृत्व की ओर एक सशक्त कदम भारत ने वर्ष 2025 की शुरुआत एक ऐतिहासिक और दूरदर्शी आयोजन के साथ की – बेंगलुरु में आयोजित अंतरराष्ट्रीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) सम्मेलन । यह सम्मेलन न केवल भारत की तकनीकी क्षमताओं का प्रमाण है, बल्कि यह वैश्विक तकनीकी परिदृश्य में उसकी बढ़ती भूमिका को भी दर्शाता है। तकनीकी शक्ति के केंद्र में भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), NASSCOM और IIT बेंगलुरु जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के सहयोग से आयोजित यह सम्मेलन, भारत की डिजिटल आकांक्षाओं और नवाचार-प्रधान विकास की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है। इसमें दुनिया भर से आए विशेषज्ञों, उद्योगपतियों और नीति-निर्माताओं ने हिस्सा लिया। सम्मेलन के बहुआयामी उद्देश्य सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भारत को AI और ML के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना रहा। साथ ही, वैश्विक तकनीकी सहयोग, स्टार्टअप्स के लिए अवसरों का विस्तार, और AI से जुड़ी नैतिक एवं सुरक्षा चुनौतियों पर गंभीर चर्चा इस आयोजन का मूल हिस्सा रहे। विचार और नवाचार का मंच इस सम्मेलन मे...