संघर्ष से सेवा तक: UPSC 2025 टॉपर शक्ति दुबे की प्रेरणादायक कहानी प्रयागराज की साधारण सी गलियों से निकलकर देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा UPSC सिविल सेवा 2024 (परिणाम अप्रैल 2025) में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल करने वाली शक्ति दुबे की कहानी किसी प्रेरणादायक उपन्यास से कम नहीं है। बायोकैमिस्ट्री में स्नातक और परास्नातक, शक्ति ने सात साल के अथक परिश्रम, असफलताओं को गले लगाने और अडिग संकल्प के बल पर यह ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया। उनकी कहानी न केवल UPSC अभ्यर्थियों के लिए, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को सच करने की राह पर चल रहा है। आइए, उनके जीवन, संघर्ष, रणनीति और सेवा की भावना को और करीब से जानें। पारिवारिक और शैक्षणिक पृष्ठभूमि: नींव की मजबूती शक्ति दुबे का जन्म प्रयागराज में एक ऐसे परिवार में हुआ, जहां शिक्षा, अनुशासन और देशसेवा को सर्वोपरि माना जाता था। उनके पिता एक पुलिस अधिकारी हैं, जिनके जीवन से शक्ति ने बचपन से ही कर्तव्यनिष्ठा और समाज के प्रति जवाबदेही का पाठ सीखा। माँ का स्नेह और परिवार का अटूट समर्थन उनकी ताकत का आधार बना। शक्ति स्वयं अपनी सफलता का श्रेय अपने ...
भारत का एआई सम्मेलन – तकनीकी नेतृत्व की ओर एक सशक्त कदम भारत ने वर्ष 2025 की शुरुआत एक ऐतिहासिक और दूरदर्शी आयोजन के साथ की – बेंगलुरु में आयोजित अंतरराष्ट्रीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) सम्मेलन । यह सम्मेलन न केवल भारत की तकनीकी क्षमताओं का प्रमाण है, बल्कि यह वैश्विक तकनीकी परिदृश्य में उसकी बढ़ती भूमिका को भी दर्शाता है। तकनीकी शक्ति के केंद्र में भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), NASSCOM और IIT बेंगलुरु जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के सहयोग से आयोजित यह सम्मेलन, भारत की डिजिटल आकांक्षाओं और नवाचार-प्रधान विकास की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है। इसमें दुनिया भर से आए विशेषज्ञों, उद्योगपतियों और नीति-निर्माताओं ने हिस्सा लिया। सम्मेलन के बहुआयामी उद्देश्य सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भारत को AI और ML के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना रहा। साथ ही, वैश्विक तकनीकी सहयोग, स्टार्टअप्स के लिए अवसरों का विस्तार, और AI से जुड़ी नैतिक एवं सुरक्षा चुनौतियों पर गंभीर चर्चा इस आयोजन का मूल हिस्सा रहे। विचार और नवाचार का मंच इस सम्मेलन मे...