करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
इस संपादकीय लेख में भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति, उनके प्रशासनिक अनुभव, और चुनाव आयोग के सामने मौजूद बड़ी चुनौतियों पर चर्चा की गई है। लेख में चुनावों की पारदर्शिता, निष्पक्षता, फर्जी मतदान, धन-बल, और मतदाता जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को रेखांकित किया गया है। साथ ही, राजनीतिक विवादों और चुनावी सुधारों की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला गया है। यह लेख लोकतंत्र की मजबूती और स्वतंत्र चुनाव प्रणाली के भविष्य को समझने के लिए उपयोगी है। भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त: चुनौतियां और अपेक्षाएं भारत के लोकतंत्र की सफलता में चुनाव आयोग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की ज़िम्मेदारी इस संस्था पर होती है। हाल ही में ज्ञानेश कुमार को मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) नियुक्त किया गया है। उनके सामने कई महत्वपूर्ण चुनौतियां हैं, जिनका प्रभाव आगामी लोकसभा चुनावों और देश की चुनावी प्रक्रिया पर पड़ेगा। एक अनुभवी प्रशासनिक अधिकारी ज्ञानेश कुमार, 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं। वे विभिन्न महत्वपूर्ण सरकारी पदों पर कार्य कर चुके...