करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
Was Pakistan’s Nuclear Arsenal Under U.S. Control? — Inside the Former CIA Officer’s Explosive Claim
क्या पाकिस्तान का परमाणु नियंत्रण अमेरिका के हाथों में था? — पूर्व CIA अधिकारी के दावे पर गंभीर सवाल प्रस्तावना हाल ही में एक ऐसा बयान सामने आया जिसने पूरे दक्षिण एशिया के रणनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। पूर्व सीआईए अधिकारी जॉन किरियाकौ ने दावा किया कि पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ को अमेरिका ने “लाखों डॉलर देकर खरीदा” और इसके बदले में मुशर्रफ ने पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार का नियंत्रण वाशिंगटन को सौंप दिया। पहली नज़र में यह दावा उतना ही सनसनीखेज़ लगता है जितना असंभव। परंतु इसे पूरी तरह खारिज करने से पहले यह समझना ज़रूरी है कि अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों की जड़ें कितनी गहरी और कितनी उलझी हुई हैं , खासकर उस दौर में जब “आतंक के खिलाफ युद्ध” का नाम लेकर अमेरिका ने पूरी दुनिया में अपनी पकड़ मज़बूत की थी। अमेरिका-पाकिस्तान: भरोसे और संदेह की साझेदारी अमेरिका और पाकिस्तान का रिश्ता हमेशा एक अजीब विरोधाभास रहा है — एक तरफ साझेदारी और सहायता, दूसरी तरफ गहरा अविश्वास। 11 सितंबर 2001 के बाद जब अमेरिका ने आतंक के खिलाफ वैश्विक युद्ध छेड़ा, तब जनरल परवेज़ मुशर्रफ के ने...