करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
PM Modi Receives Ethiopia’s Highest Civilian Honour: A New Milestone in India-Ethiopia Strategic Relations
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इथियोपिया का सर्वोच्च सम्मान: भारत की वैश्विक कूटनीति का अफ्रीकी अध्याय 16 दिसंबर 2025 को अदीस अबाबा में घटित एक ऐतिहासिक क्षण ने भारत-इथियोपिया संबंधों को नई ऊँचाइयों पर पहुँचा दिया। इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबीय अहमद अली द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया’ से सम्मानित किया जाना केवल एक औपचारिक राजकीय घटना नहीं थी, बल्कि यह 21वीं सदी की भारतीय कूटनीति के आत्मविश्वास, निरंतरता और वैश्विक स्वीकार्यता का सशक्त प्रतीक था। यह तथ्य कि प्रधानमंत्री मोदी इस सम्मान को प्राप्त करने वाले पहले वैश्विक राष्ट्राध्यक्ष हैं, इस घटना को ऐतिहासिक और प्रतीकात्मक—दोनों दृष्टियों से—अत्यंत महत्वपूर्ण बनाता है। व्यक्तिगत सम्मान से राष्ट्रीय गौरव तक प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को व्यक्तिगत उपलब्धि के बजाय 140 करोड़ भारतीयों की सामूहिक मान्यता के रूप में स्वीकार किया। यह विनम्रता केवल राजनीतिक शिष्टाचार नहीं, बल्कि उस कूटनीतिक दर्शन की अभिव्यक्ति है जिसमें भारत स्वयं को ‘नेतृत्वकर्ता’ से अधिक ‘साझेदार’ के रूप...