करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
सूडान संकट: ऐतिहासिक जड़ों से मानवीय त्रासदी तक सूडान, अफ्रीका का तीसरा सबसे बड़ा देश, आज विश्व के सबसे भयावह गृहयुद्धों में से एक से गुजर रहा है। अप्रैल 2023 से भड़की लड़ाई ने न केवल सत्ता संतुलन को तहस-नहस कर दिया है, बल्कि पूरे क्षेत्र को मानवीय त्रासदी के गहरे गर्त में धकेल दिया है। सूडानी सशस्त्र बलों (SAF) और रैपिड सपोर्ट फोर्सेस (RSF) के बीच चला यह संघर्ष अब तक लाखों लोगों की जान ले चुका है और करोड़ों को विस्थापित कर चुका है। संयुक्त राष्ट्र ने इसे “दुनिया का सबसे गंभीर मानवीय संकट” घोषित किया है। यह संघर्ष अचानक नहीं उठा; इसकी जड़ें सूडान के औपनिवेशिक अतीत, जातीय तनावों और बाहरी हस्तक्षेपों में गहराई से धंसी हुई हैं। सूडान का औपनिवेशिक इतिहास इसकी मौजूदा समस्याओं की पृष्ठभूमि तैयार करता है। 1899 से 1956 तक ब्रिटिश-मिस्री शासन के दौरान देश को कृत्रिम रूप से उत्तर और दक्षिण में बाँट दिया गया। उत्तर में मुस्लिम-अरब बहुल समाज और दक्षिण में ईसाई व परंपरागत समुदायों का विभाजन, स्वतंत्रता के बाद भी एक गहरे सामाजिक-राजनीतिक तनाव का कारण बना। यही तनाव दो लंबे और खूनी गृहयुद्धों (1955...