यूपीएससी: मेरिट का मंच, सपनों का आकाश
सपने वो नहीं जो सोते वक्त देखे जाते हैं, सपने वो हैं जो आपको सोने न दें। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) भारत के उन लाखों युवाओं के लिए एक ऐसा मंच है, जहां सपने न केवल देखे जाते हैं, बल्कि कठिन परिश्रम और योग्यता के बल पर साकार भी होते हैं। दशकों से, यूपीएससी ने अपनी निष्पक्षता और पारदर्शिता के दम पर देश के कोने-कोने से आए aspirants के दिलों में विश्वास की लौ जलाए रखी है। यह विश्वास कि सफलता केवल मेरिट पर आधारित है, यूपीएससी को एक संस्था से कहीं अधिक—एक प्रेरणा का प्रतीक—बनाता है।
यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा केवल एक परीक्षा नहीं, बल्कि एक यात्रा है। यह यात्रा आपके धैर्य, दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास की परीक्षा लेती है। यह वह मंच है जहां आपकी मेहनत, आपका ज्ञान, और आपकी नैतिकता एक साथ परखे जाते हैं। हर साल, लाखों युवा इस कठिन राह पर चलने का साहस जुटाते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि यूपीएससी का दरवाजा केवल योग्यता की चाबी से ही खुलता है। यहां न कोई भेदभाव है, न कोई पक्षपात—सिर्फ आप और आपकी मेहनत। यह विश्वास ही हर aspirant को सुबह जल्दी उठने, देर रात तक पढ़ने, और बार-बार असफलता के बाद भी हार न मानने की प्रेरणा देता है।
इस यात्रा में चुनौतियां अनगिनत हैं। कभी किताबों का पहाड़ डराता है, तो कभी असफलता का डर मन को कमजोर करता है। लेकिन याद रखिए, हर बड़ा सपना कठिनाइयों का रास्ता पार करके ही हासिल होता है। यूपीएससी के मंच पर खड़े होने का मतलब है कि आपने खुद पर भरोसा किया है। आपने यह माना है कि आपमें वह क्षमता है जो देश की सेवा कर सकती है, जो समाज को बदल सकती है। यूपीएससी की निष्पक्ष प्रक्रिया इस भरोसे को और मजबूत करती है। यह आपको बताती है कि आपकी पृष्ठभूमि, आपका क्षेत्र, या आपकी आर्थिक स्थिति मायने नहीं रखती—मायने रखता है तो सिर्फ आपका परिश्रम और आपकी प्रतिबद्धता।
प्रिय aspirants, जब थकान आपको घेरे, जब आत्मविश्वास डगमगाए, तो उस विश्वास को याद करें जो यूपीएससी ने लाखों युवाओं के दिलों में जगाया है। वह विश्वास जो कहता है कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। हर पन्ना जो आप पढ़ते हैं, हर प्रश्न जो आप हल करते हैं, हर वह रात जो आप जागकर बिताते हैं—यह सब आपको आपके लक्ष्य के करीब ले जा रहा है। यूपीएससी केवल एक परीक्षा नहीं, बल्कि आपके भीतर छिपी संभावनाओं को उजागर करने का अवसर है। यह आपको सिखाती है कि असफलता अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है।
आज का दौर बदलाव का दौर है। यूपीएससी भी समय के साथ बदल रही है, तकनीक को अपना रही है, और अधिक समावेशी बनने की दिशा में कदम उठा रही है। लेकिन इसका मूल मंत्र वही है—मेरिट। इस मंच पर खड़े होकर आप न केवल अपने लिए, बल्कि अपने परिवार, अपने समाज, और अपने देश के लिए एक नया भविष्य गढ़ सकते हैं। तो उठिए, अपने सपनों को पंख दीजिए, और यूपीएससी की इस यात्रा में पूरे जोश के साथ आगे बढ़िए।
याद रखें, यूपीएससी केवल एक लक्ष्य नहीं, बल्कि एक विश्वास है। विश्वास कि मेहनत और योग्यता के बल पर आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं। यह विश्वास आपका सबसे बड़ा हथियार है। इसे संजोए रखें, और उस दिन का इंतजार करें जब आपका नाम यूपीएससी की सूची में चमकेगा—न केवल आपके लिए, बल्कि उन लाखों लोगों के लिए जो आपसे प्रेरणा लेंगे।
आगे बढ़ें, क्योंकि आपका सपना देश का सपना है!
✍️Inputs: The Hindu Opinion- Ajay Kumar, Chairman, Union Public Service Commission
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