करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
कनाडा से भारतीयों का प्रत्यार्पण: इमिग्रेशन नीतियों और सामाजिक-आर्थिक प्रभावों का विश्लेषण परिचय अक्टूबर 2025 में Times of India की एक रिपोर्ट ने एक चिंताजनक आंकड़ा सामने रखा — वर्ष 2024 में कनाडा ने लगभग 2,000 भारतीय नागरिकों को प्रत्यार्पित (deport) किया। इनमें से अधिकतर छात्र और वर्क वीजा धारक थे, जो अपने बेहतर भविष्य की तलाश में वहां पहुंचे थे। यह मात्र एक प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि वैश्विक माइग्रेशन की बदलती राजनीति, भारत-कनाडा के तनावपूर्ण संबंधों और प्रवासी भारतीय समुदाय की स्थिति का प्रतीक है। इस घटनाक्रम ने शिक्षा, रोज़गार और कूटनीति — तीनों क्षेत्रों में नई बहस को जन्म दिया है। कनाडा की बदलती इमिग्रेशन नीति कनाडा लंबे समय से प्रवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है, परंतु 2024 में उसने अपनी इमिग्रेशन नीति को उल्लेखनीय रूप से कड़ा कर दिया। Immigration, Refugees and Citizenship Canada (IRCC) के अनुसार, नई नीति का उद्देश्य था “अनियमित प्रवास पर नियंत्रण और घरेलू श्रम बाजार का संरक्षण” । परिणामस्वरूप, वीजा नवीनीकरण की शर्तें कठोर कर दी गईं, पोस्ट-ग्रेजुएशन वर्क ...