करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
सनाए ताकाइची का ऐतिहासिक उदय: जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री और रूढ़िवादी पुनर्जनन की शुरुआत सार 21 अक्टूबर 2025 को जापान ने अपने इतिहास में एक नया अध्याय लिखा — जब सनाए ताकाइची ने संसद के निचले सदन में बहुमत पाकर देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। यह केवल लैंगिक समानता का प्रतीकात्मक क्षण नहीं था, बल्कि जापान की राजनीति में एक वैचारिक मोड़ का भी संकेत था। शिंजो आबे की शिष्या और कट्टर रूढ़िवादी मानी जाने वाली ताकाइची का सत्ता में आना एक ऐसे समय पर हुआ है जब देश मुद्रास्फीति, कमजोर येन और सुरक्षा चुनौतियों से जूझ रहा है। उनके नेतृत्व को “नए जापानी राष्ट्रवाद” के रूप में देखा जा रहा है — जिसमें आर्थिक पुनरुत्थान और सामरिक दृढ़ता दोनों का मिश्रण है। परिचय जापान की राजनीति लंबे समय तक एक स्थिर, पुरुष-प्रधान और नौकरशाही-आधारित ढांचे में जकड़ी रही है। लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) की पारंपरिक नेतृत्व संस्कृति में महिला नेताओं की भूमिका सीमित रही है। ऐसे में 64 वर्षीय सनाए ताकाइची का प्रधानमंत्री बनना न केवल प्रतीकात्मक उपलब्धि है, बल्कि जापान की रूढ़िवादी राजनीति के...