करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
रूस-यूक्रेन युद्ध, ज़ेलेंस्की की चेतावनी और भारत की ऊर्जा-कूटनीति: चुनौतियाँ व संभावनाएँ भूमिका रूस-यूक्रेन युद्ध, जो फरवरी 2022 में शुरू हुआ, ने वैश्विक ऊर्जा बाज़ार, कूटनीति और रणनीतिक समीकरणों को गहराई से प्रभावित किया है। इस संघर्ष ने न केवल यूरोप, बल्कि एशिया और अन्य क्षेत्रों में ऊर्जा व्यापार, व्यापार नीतियों और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को झकझोरा है। हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अमेरिका से अपील की कि वह रूस के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई करे, विशेष रूप से उन देशों पर ध्यान दे जो रूस से तेल खरीदते हैं, जैसे भारत। 2024 में भारत ने रूस से 52.73 बिलियन डॉलर का क्रूड आयात किया, जो उसके कुल तेल आयात का 37% है। यह स्थिति भारत के लिए ऊर्जा सुरक्षा, कूटनीतिक संतुलन और वैश्विक छवि की दृष्टि से जटिल चुनौतियाँ प्रस्तुत करती है, खासकर जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगा दी है। ज़ेलेंस्की के तर्क: क्यों देरी ख़तरनाक ज़ेलेंस्की का कहना है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वैश्विक मंचों, जैसे हाल के ट्रंप-पुतिन अलाइवका शिखर सम्मेलन, में भाग ल...