UPSC सेंचुरी सेलिब्रेशन: "My UPSC Interview" – सपना हकीकत में बदलने का मंच
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) 2026 में अपनी शताब्दी वर्ष (1926-2026) के उपलक्ष्य में एक अनूठी और प्रेरणादायक पहल लेकर आया है। "My UPSC Interview: From Dream to Reality" पोर्टल न केवल अभ्यर्थियों के लिए मार्गदर्शक बनेगा, बल्कि सिविल सेवा की गौरवशाली विरासत को भी संरक्षित करेगा। यह पहल सेवारत और सेवानिवृत्त सिविल सेवकों को अपने साक्षात्कार के अनुभव, सीख और संस्मरण साझा करने का अवसर देती है, जो हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में प्रस्तुत किए जाएंगे।
एक प्रेरक मंच
सिविल सेवा परीक्षा का साक्षात्कार चरण हमेशा अभ्यर्थियों के लिए चुनौतीपूर्ण और रहस्यमयी रहा है। इस पोर्टल के माध्यम से अनुभवी सिविल सेवकों की कहानियां और अनुभव सीधे अभ्यर्थियों तक पहुँचेंगे। इससे उन्हें न केवल साक्षात्कार की प्रक्रिया समझने में मदद मिलेगी, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
ये अनुभव उन मूल्यों को उजागर करते हैं, जो सिविल सेवा की नींव हैं—ईमानदारी, निष्ठा, समर्पण और नेतृत्व क्षमता। अभ्यर्थियों को यह समझने का अवसर मिलेगा कि साक्षात्कार केवल ज्ञान का मूल्यांकन नहीं, बल्कि व्यक्तित्व, नैतिकता और दबाव में निर्णय लेने की क्षमता का भी परीक्षण है।
पारदर्शिता और समावेशिता का संदेश
सिविल सेवा साक्षात्कार अक्सर रहस्यमय और अपारदर्शी माना जाता है। UPSC का यह पोर्टल इस भ्रांति को दूर करता है। वास्तविक अनुभव साझा करके यह स्पष्ट करता है कि परीक्षा की प्रक्रिया खुली, पारदर्शी और समावेशी है।
हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में अनुभव साझा करने का प्रावधान विशेष रूप से ग्रामीण और हिंदी भाषी अभ्यर्थियों के लिए लाभकारी है, जो अक्सर मार्गदर्शन और संसाधनों की कमी का सामना करते हैं। 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर 2025 तक की सबमिशन अवधि सुनिश्चित करेगी कि अधिक से अधिक सिविल सेवक अपने अनुभव साझा करें और एक समृद्ध और विविधतापूर्ण डेटाबेस तैयार हो।
संस्थागत स्मृति का संरक्षण
"My UPSC Interview" पोर्टल न केवल अभ्यर्थियों के लिए मार्गदर्शक है, बल्कि संस्था की दीर्घकालिक विरासत को भी संरक्षित करता है। सिविल सेवकों के अनुभव आने वाली पीढ़ियों के लिए ऐतिहासिक दस्तावेज के रूप में काम करेंगे। यह पहल UPSC के मूल्यों—निष्पक्षता, उत्कृष्टता और राष्ट्रसेवा—को उजागर करती है और इसे एक विश्वसनीय और सम्मानित संस्था के रूप में प्रस्तुत करती है।
GS पेपर 4 और सिविल सेवा के लिए प्रासंगिकता
सिविल सेवकों के अनुभव नैतिकता, नेतृत्व और निर्णय प्रक्रिया के केस स्टडी के रूप में अभ्यर्थियों के लिए अत्यंत प्रासंगिक हैं। यह सामान्य अध्ययन पेपर 4 (नैतिकता, सत्यनिष्ठा और अभिवृत्ति) के अध्ययन के लिए सीधे सहायक होगा। साथ ही, यह सिविल सेवा की भूमिका और समाज के प्रति जिम्मेदारी को भी स्पष्ट करता है, जो मेन्स और साक्षात्कार दोनों में उपयोगी है।
निष्कर्ष
UPSC का "My UPSC Interview: From Dream to Reality" पोर्टल केवल शताब्दी वर्ष का उत्सव नहीं, बल्कि सिविल सेवा के नए युग की शुरुआत है। यह पहल पारदर्शिता, समावेशिता और अनुभव साझा करने की संस्कृति को बढ़ावा देती है। भावी सिविल सेवकों के लिए यह पोर्टल एक प्रेरक मार्गदर्शक और प्रकाशस्तंभ साबित होगा, जो उन्हें अपने सपनों को हकीकत में बदलने की प्रेरणा देगा।
UPSC की यह पहल एक स्पष्ट संदेश देती है: ज्ञान, अनुभव और प्रेरणा का आदान-प्रदान ही देश के प्रशासन को सशक्त बनाता है।
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