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Cracking UPSC Mains Through Current Affairs Analysis

करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि  करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है —  “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...

हरियाणा सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के बच्चों के लिए शिक्षा भत्ते में 25% वृद्धि की

हरियाणा सरकार ने अपने सरकारी कर्मचारियों को एक बड़ी राहत देते हुए उनके बच्चों के शिक्षा भत्ते में 25% की वृद्धि की है। यह निर्णय राज्य सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा को और अधिक सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है।

नया शिक्षा भत्ता कितना होगा?

इस बढ़ोतरी के बाद, सरकारी कर्मचारियों को निम्नलिखित दरों पर शिक्षा भत्ता मिलेगा:

सामान्य शिक्षा भत्ता: ₹2,812.5 प्रति माह

छात्रावास भत्ता: ₹8,437.5 प्रति माह

विकलांग बच्चों के लिए शिक्षा भत्ता: ₹5,625 प्रति माह

विकलांग महिला कर्मचारियों को बच्चों की देखभाल के लिए अतिरिक्त ₹3,750 प्रति माह

लागू होने की तिथि

बढ़े हुए शिक्षा भत्ते का लाभ 1 जनवरी 2024 से मिलेगा, जिससे हजारों सरकारी कर्मचारी लाभान्वित होंगे।

सरकार की पहल और उद्देश्य

यह निर्णय शिक्षा के बढ़ते खर्च को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, जिससे सरकारी कर्मचारियों को आर्थिक सहायता मिलेगी और वे अपने बच्चों की बेहतर शिक्षा सुनिश्चित कर सकेंगे। विशेष रूप से विकलांग बच्चों और महिला कर्मचारियों को दी गई अतिरिक्त सहायता यह दर्शाती है कि सरकार समावेशी नीतियों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

सरकार के इस कदम से सरकारी कर्मचारियों में संतोष बढ़ेगा और वे बिना किसी वित्तीय दबाव के अपने बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर सकेंगे।


 

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