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Cracking UPSC Mains Through Current Affairs Analysis

करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि  करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है —  “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...

Gaza Aid Flotilla Faces Israeli Navy's Aggressive Tactics Near Blockade

गाजा में सहायता पहुंचाने वाली अंतरराष्ट्रीय फ्लोटिला पर इजरायली नौकाओं का खतरनाक हस्तक्षेप

हाल ही में, गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए निकली एक अंतरराष्ट्रीय फ्लोटिला ने इजरायली नौसैनिक जहाजों द्वारा "खतरनाक और धमकी भरे युद्धाभ्यास" की सूचना दी है। यह घटना तब हुई जब फ्लोटिला गाजा पट्टी के नजदीक पहुंच रही थी, जहां इजरायल द्वारा लगाई गई नाकाबंदी के कारण मानवीय संकट गहराता जा रहा है। इस घटना ने एक बार फिर गाजा में सहायता पहुंचाने की चुनौतियों और क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति को उजागर किया है।

फ्लोटिला का मिशन और उद्देश्य

अंतरराष्ट्रीय फ्लोटिला, जिसमें विभिन्न देशों के कार्यकर्ता और स्वयंसेवी शामिल थे, का उद्देश्य गाजा के लोगों तक आवश्यक चिकित्सा सामग्री, भोजन और अन्य मानवीय सहायता पहुंचाना था। गाजा में वर्षों से जारी इजरायली नाकाबंदी ने वहां के निवासियों के लिए बुनियादी सुविधाओं और संसाधनों की भारी कमी पैदा कर दी है। इस फ्लोटिला का लक्ष्य न केवल सहायता प्रदान करना था, बल्कि वैश्विक समुदाय का ध्यान गाजा में मानवीय संकट की ओर आकर्षित करना भी था।

इजरायली नौकाओं का हस्तक्षेप

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, जैसे ही फ्लोटिला गाजा तट के करीब पहुंची, इजरायली नौसैनिक जहाजों ने उसे रोकने के लिए आक्रामक युद्धाभ्यास शुरू किए। फ्लोटिला के आयोजकों ने बताया कि इजरायली जहाजों ने उनके जहाजों के चारों ओर तेज गति से चक्कर लगाए, जिससे टकराव का खतरा पैदा हो गया। इन युद्धाभ्यास को "खतरनाक और धमकी भरा" करार देते हुए, फ्लोटिला के सदस्यों ने इस कार्रवाई की निंदा की और इसे मानवीय मिशन के खिलाफ एक अवरोध बताया।

इजरायल ने इस घटना पर तत्काल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन अतीत में उसने इस तरह की कार्रवाइयों को अपनी समुद्री नाकाबंदी को लागू करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक बताया है। इजरायल का दावा है कि गाजा में सहायता के नाम पर हथियारों की तस्करी का खतरा रहता है, जिसके कारण वह समुद्री मार्गों पर सख्त निगरानी रखता है।

गाजा में मानवीय संकट

गाजा में इजरायल की नाकाबंदी 2007 से लागू है, जब हमास ने इस क्षेत्र पर नियंत्रण हासिल किया था। इस नाकाबंदी ने गाजा के 20 लाख से अधिक निवासियों के लिए जीवन को अत्यंत कठिन बना दिया है। बिजली, स्वच्छ पानी, चिकित्सा सुविधाएं और रोजगार की कमी ने क्षेत्र को मानवीय संकट के कगार पर ला खड़ा किया है। संयुक्त राष्ट्र और विभिन्न मानवाधिकार संगठनों ने बार-बार इस नाकाबंदी को समाप्त करने और गाजा में निर्बाध सहायता पहुंचाने की मांग की है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता पैदा की है। कई देशों और संगठनों ने इजरायल से गाजा में मानवीय सहायता के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने का आह्वान किया है। फ्लोटिला के आयोजकों ने इस घटना को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है, क्योंकि यह मिशन पूरी तरह से शांतिपूर्ण और मानवीय उद्देश्यों के लिए था। कुछ कार्यकर्ताओं ने इसे प्रचारित करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया, जिससे वैश्विक स्तर पर इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है।

आगे की राह

यह घटना गाजा में चल रहे संकट और इसे हल करने की जटिलताओं को दर्शाती है। फ्लोटिला जैसे प्रयास, हालांकि जोखिम भरे हैं, वैश्विक ध्यान को इस क्षेत्र की ओर आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, इजरायल और फलस्तीनी समूहों के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव के कारण, मानवीय सहायता के लिए स्थायी समाधान ढूंढना एक चुनौती बना हुआ है।

निष्कर्ष

 गाजा में सहायता पहुंचाने की कोशिश कर रही फ्लोटिला पर इजरायली नौकाओं का हस्तक्षेप एक बार फिर इस क्षेत्र में मानवीय संकट की गंभीरता को उजागर करता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस स्थिति पर ध्यान देना होगा और गाजा के लोगों के लिए एक स्थायी, शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में काम करना होगा।

With Reuters Inputs 

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