संघर्ष से सेवा तक: UPSC 2025 टॉपर शक्ति दुबे की प्रेरणादायक कहानी प्रयागराज की साधारण सी गलियों से निकलकर देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा UPSC सिविल सेवा 2024 (परिणाम अप्रैल 2025) में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल करने वाली शक्ति दुबे की कहानी किसी प्रेरणादायक उपन्यास से कम नहीं है। बायोकैमिस्ट्री में स्नातक और परास्नातक, शक्ति ने सात साल के अथक परिश्रम, असफलताओं को गले लगाने और अडिग संकल्प के बल पर यह ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया। उनकी कहानी न केवल UPSC अभ्यर्थियों के लिए, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को सच करने की राह पर चल रहा है। आइए, उनके जीवन, संघर्ष, रणनीति और सेवा की भावना को और करीब से जानें। पारिवारिक और शैक्षणिक पृष्ठभूमि: नींव की मजबूती शक्ति दुबे का जन्म प्रयागराज में एक ऐसे परिवार में हुआ, जहां शिक्षा, अनुशासन और देशसेवा को सर्वोपरि माना जाता था। उनके पिता एक पुलिस अधिकारी हैं, जिनके जीवन से शक्ति ने बचपन से ही कर्तव्यनिष्ठा और समाज के प्रति जवाबदेही का पाठ सीखा। माँ का स्नेह और परिवार का अटूट समर्थन उनकी ताकत का आधार बना। शक्ति स्वयं अपनी सफलता का श्रेय अपने ...
ब्रेन रॉट: डिजिटल युग की नई मानसिक चुनौती इस लेख में "ब्रेन रॉट" की समस्या पर विस्तार से चर्चा की गई है, जो डिजिटल युग में अत्यधिक सोशल मीडिया और शॉर्ट-फॉर्म कंटेंट की लत के कारण हमारी मानसिक क्षमता को प्रभावित कर रही है। लेख में ब्रेन रॉट के लक्षण, कारण, सामाजिक और मानसिक प्रभाव के साथ-साथ इससे बचने के उपाय बताए गए हैं। यदि आप भी अत्यधिक स्क्रीन टाइम और कम ध्यान केंद्रित करने की समस्या से जूझ रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है। ब्रेन रॉट क्या है?? आज का युग डिजिटल क्रांति का युग है। स्मार्टफोन, सोशल मीडिया, और इंटरनेट की आसान उपलब्धता ने हमें सूचनाओं और मनोरंजन के असीमित स्रोतों से जोड़ दिया है। लेकिन इसके नकारात्मक प्रभाव भी स्पष्ट रूप से सामने आ रहे हैं। इन्हीं प्रभावों में से एक है "ब्रेन रॉट" (Brain Rot), जो मुख्य रूप से अत्यधिक डिजिटल उपभोग, विशेष रूप से कम गुणवत्ता वाले कंटेंट की लत, के कारण मानसिक क्षमताओं के कमजोर होने की स्थिति को दर्शाता है। हालांकि यह शब्द अनौपचारिक रूप से सोशल मीडिया और पॉप संस्कृति में प्रचलित हुआ है, लेकिन इसके प्रभा...