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Pahalgam Attack Fallout: How a Pakistani Mother Lost Her Child at the Wagah Border

सत्यकथा: सरहद की एक माँ भारत-पाक सीमा पर माँ-बेटे की जुदाई: एक मर्मस्पर्शी मानवीय संकट अटारी बॉर्डर पर ठंडी हवाएँ चल रही थीं, पर फ़रहीन की आँखों से गर्म आँसुओं की धार थमने का नाम नहीं ले रही थी। उसके कांपते हाथों में 18 महीने का मासूम बेटा सिकुड़ा हुआ था, जैसे उसे भी पता हो कि कुछ अनहोनी होने वाली है। सिर पर दुपट्टा था, पर चेहरे पर मातृत्व की वेदना ने जैसे सारी दुनिया की नज़रों को थाम रखा था। "उतर जा बेटा... उतर जा," — सास सादिया की आवाज़ रिक्शे के भीतर से आई, लेकिन वह आवाज़ न तो कठोर थी, न ही साधारण। वह टूटे हुए रिश्तों की वह कराह थी जिसे सिर्फ़ एक माँ ही समझ सकती है। रिक्शा भारत की ओर था, पर फ़रहीन को पाकिस्तान जाना था—अपनी जन्मभूमि, पर अब बेगानी सी लगने लगी थी। फ़रहीन, प्रयागराज के इमरान से दो साल पहले ब्याही गई थी। प्यार हुआ, निकाह हुआ और फिर इस प्यार की निशानी—एक नन्हा बेटा हुआ। बेटे का नाम उन्होंने आरिफ़ रखा था, जिसका मतलब होता है—“जानने वाला, पहचानने वाला।” लेकिन आज वो नन्हा आरिफ़ समझ नहीं पा रहा था कि उसकी माँ उसे क्यों छोड़ रही है। "मैं माँ हूँ... कोई अपराधी नही...

WHO Recommends Low-Sodium Salt: A Healthier Choice for a Better Life

  विषय: कम सोडियम वाला नमक: एक स्वस्थ जीवनशैली की ओर कदम विवरण: यह लेख विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सिफारिश के आधार पर कम सोडियम वाले नमक (Low Sodium Salt Substitute - LSSS) के महत्व को उजागर करता है। इसमें बताया गया है कि अत्यधिक सोडियम का सेवन कैसे उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, किडनी समस्याओं और अन्य स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकता है। साथ ही, यह भी समझाया गया है कि कम सोडियम वाला नमक, जिसमें पोटैशियम की अधिक मात्रा होती है, किस प्रकार रक्तचाप को नियंत्रित करने, हृदय को स्वस्थ रखने और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक है। इस लेख में कम सोडियम वाले नमक के फायदे, इसके उपयोग के तरीके और इससे होने वाले संभावित लाभों पर विस्तृत चर्चा की गई है। साथ ही, यह भी बताया गया है कि किन लोगों को इस नमक का सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए। लेख का उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और उन्हें स्वस्थ खान-पान की ओर प्रेरित करना है। कम सोडियम वाला नमक: एक स्वस्थ जीवनशैली की ओर कदम परिचय आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खान-पान की आदतें और स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे रही हैं। इ...

सूर्य पर कोरोनल होल: वैज्ञानिक शोध और रचनात्मक कल्पना का संगम

 सूर्य का अध्ययन सौर विज्ञान की एक महत्वपूर्ण शाखा है, जो न केवल खगोलविदों के लिए, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी जिज्ञासा और प्रेरणा का विषय बना हुआ है। हाल ही में सूर्य पर पाए गए "कोरोनल होल" ने विज्ञान और कला की सीमाओं को जोड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया है। इन्हें देखकर कल्पनाशील लोगों ने इसे "इमेज सेसम स्ट्रीट" के पात्र 'बिग बर्ड' जैसा आकार बताया। यह रचनात्मक दृष्टिकोण दर्शाता है कि कैसे वैज्ञानिक घटनाएँ हमारी कल्पना को प्रोत्साहित कर सकती हैं। कोरोनल होल: क्या हैं और क्यों महत्वपूर्ण हैं? कोरोनल होल सूर्य के बाहरी वातावरण यानी उसके कोरोना के ऐसे क्षेत्र हैं जो अपेक्षाकृत ठंडे और कम घने होते हैं। इनका काला दिखना सौर प्लाज़्मा की कमी और चुंबकीय क्षेत्र के खुलने के कारण होता है। कोरोनल होल से निकलने वाली उच्च गति वाली सौर हवा (solar wind) पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र को प्रभावित करती है, जिससे भू-चुंबकीय तूफान और ध्रुवीय प्रकाश (auroras) जैसी घटनाएँ होती हैं। इनकी खोज 1960 के दशक में हुई, जब वैज्ञानिकों ने सूर्य का अध्ययन करने के लिए अंतरिक्ष यानों और एक्स-र...

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