संघर्ष से सेवा तक: UPSC 2025 टॉपर शक्ति दुबे की प्रेरणादायक कहानी प्रयागराज की साधारण सी गलियों से निकलकर देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा UPSC सिविल सेवा 2024 (परिणाम अप्रैल 2025) में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल करने वाली शक्ति दुबे की कहानी किसी प्रेरणादायक उपन्यास से कम नहीं है। बायोकैमिस्ट्री में स्नातक और परास्नातक, शक्ति ने सात साल के अथक परिश्रम, असफलताओं को गले लगाने और अडिग संकल्प के बल पर यह ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया। उनकी कहानी न केवल UPSC अभ्यर्थियों के लिए, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को सच करने की राह पर चल रहा है। आइए, उनके जीवन, संघर्ष, रणनीति और सेवा की भावना को और करीब से जानें। पारिवारिक और शैक्षणिक पृष्ठभूमि: नींव की मजबूती शक्ति दुबे का जन्म प्रयागराज में एक ऐसे परिवार में हुआ, जहां शिक्षा, अनुशासन और देशसेवा को सर्वोपरि माना जाता था। उनके पिता एक पुलिस अधिकारी हैं, जिनके जीवन से शक्ति ने बचपन से ही कर्तव्यनिष्ठा और समाज के प्रति जवाबदेही का पाठ सीखा। माँ का स्नेह और परिवार का अटूट समर्थन उनकी ताकत का आधार बना। शक्ति स्वयं अपनी सफलता का श्रेय अपने ...
🌍 सुनीता विलियम्स की ऐतिहासिक वापसी: 9 महीने के अंतरिक्ष अभियान की साहसिक गाथा परिचय नासा की प्रसिद्ध अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अपने अद्वितीय साहस और दृढ़ संकल्प के साथ एक और मील का पत्थर स्थापित किया है। जून 2024 में बोइंग स्टारलाइनर मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर भेजी गईं सुनीता, 286 दिनों के ऐतिहासिक अंतरिक्ष प्रवास के बाद सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौट आईं। यह मिशन मूल रूप से केवल 8 दिनों का परीक्षण उड़ान होने वाला था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण यह लगभग 9 महीने तक चला। इस चुनौतीपूर्ण सफर ने अंतरिक्ष यात्रियों की मानसिक और शारीरिक सहनशक्ति की परीक्षा ली और विज्ञान जगत के लिए कई नई जानकारियाँ प्रदान कीं। मिशन का प्रारंभ और चुनौतिया सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बैरी "बुच" विलमोर 5 जून 2024 को बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के जरिए लॉन्च किए गए थे। यह नासा और बोइंग के सहयोग से एक महत्वपूर्ण मिशन था, जो नई पीढ़ी के अंतरिक्ष यान की परीक्षण उड़ान के रूप में शुरू हुआ था। तकनीकी समस्याएँ और मिशन विस्तार लेकिन, मिशन के दौरान अंतरिक्ष ...