करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
Nuclear Weapons Testing: A Historical Analysis of Its Origins, Global Ban, and the Possibility of Resumption in a New Cold War Era
परमाणु हथियार परीक्षण: ऐतिहासिक अवलोकन, स्थगन के कारण और पुनः आरंभ की संभावनाएँ सारांश परमाणु हथियार परीक्षण 20वीं सदी की सैन्य और वैज्ञानिक प्रतिस्पर्धा की सबसे विवादास्पद विरासतों में से एक हैं। 1945 से 1996 के बीच विश्वभर में लगभग 2,000 से अधिक परमाणु विस्फोट किए गए — जिन्होंने न केवल वैश्विक सुरक्षा संतुलन को बदल दिया, बल्कि मानव स्वास्थ्य, पर्यावरण और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर गहरा प्रभाव डाला। यह लेख इन परीक्षणों के ऐतिहासिक क्रम, व्यापक परमाणु-परीक्षण-निषेध संधि (CTBT) जैसे नियंत्रण ढांचों के तहत इनके स्थगन के कारणों और हाल के अमेरिकी संकेतों के संदर्भ में इनके संभावित पुनः आरंभ पर केंद्रित है। मुख्य तर्क यह है कि परीक्षणों पर रोक ने भले ही संयम का वैश्विक मानदंड स्थापित किया हो, परंतु वर्तमान भू-राजनीतिक तनाव और रणनीतिक प्रतिस्पर्धा उस नाजुक संतुलन को पुनः चुनौती दे रहे हैं। परिचय 16 जुलाई 1945 को न्यू मैक्सिको के रेगिस्तान में जब ‘ ट्रिनिटी परीक्षण ’ के नाम से पहला परमाणु विस्फोट हुआ, तब मानव सभ्यता ने शक्ति और भय दोनों के एक नए युग में प्रवेश किया। इसके केवल तीन सप्ता...