करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
एशिया के शीर्ष 100 संस्थानों में भारत का परचम: उच्च शिक्षा की नई उड़ान परिचय भारत की उच्च शिक्षा प्रणाली ने एक बार फिर एशियाई परिदृश्य पर अपनी छाप छोड़ी है। क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 के अनुसार, भारत के सात संस्थान— पाँच IITs, IISc बेंगलुरु और दिल्ली विश्वविद्यालय —एशिया के शीर्ष 100 संस्थानों में शामिल हुए हैं। यह उपलब्धि न केवल भारत की शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि देश की उच्च शिक्षा अब विश्वस्तरीय प्रतिस्पर्धा में मजबूती से खड़ी है। क्यूएस रैंकिंग का महत्व और मूल्यांकन प्रक्रिया क्यूएस (Quacquarelli Symonds) रैंकिंग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा संस्थानों की गुणवत्ता का एक महत्वपूर्ण पैमाना मानी जाती है। इस रैंकिंग में विश्वविद्यालयों और संस्थानों का मूल्यांकन नौ प्रमुख मानदंडों पर किया जाता है— शैक्षणिक प्रतिष्ठा (Academic Reputation) नियोक्ता प्रतिष्ठा (Employer Reputation) संकाय-छात्र अनुपात (Faculty-Student Ratio) शोध पत्रों की संख्या और गुणवत्ता (Citations per Paper) अंतरराष्ट्रीय संकाय और छात्र उपस्थिति (Internationaliz...