करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
राम वी. सुतार: शिल्प में राष्ट्र को गढ़ने वाले एक युग का अंत भारतीय कला और सांस्कृतिक चेतना के इतिहास में कुछ नाम ऐसे होते हैं, जिनका जाना केवल एक व्यक्ति का अवसान नहीं होता, बल्कि एक पूरे युग का पटाक्षेप होता है। 17 दिसंबर 2025 की मध्यरात्रि ऐसा ही एक क्षण लेकर आई, जब विश्वविख्यात मूर्तिकार पद्म भूषण राम वनजी सुतार ने नोएडा स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। सौ वर्षों से अधिक की जीवन यात्रा में उन्होंने न केवल मूर्तियों का निर्माण किया, बल्कि पत्थर, कांस्य और धातु के माध्यम से भारत की आत्मा को आकार दिया। राम वी. सुतार का जीवन इस बात का उदाहरण है कि साधारण परिस्थितियों से निकलकर असाधारण ऊँचाइयों को कैसे छुआ जा सकता है। महाराष्ट्र के धुले जिले के तत्कालीन गोंदूर गाँव में जन्मे सुतार का प्रारंभिक जीवन अभावों में बीता, किंतु कला के प्रति उनकी साधना ने उन्हें मुंबई के प्रतिष्ठित सर जे.जे. स्कूल ऑफ आर्ट तक पहुँचाया, जहाँ उन्होंने स्वर्ण पदक प्राप्त कर अपनी प्रतिभा की अमिट छाप छोड़ी। यही वह क्षण था, जब एक ग्रामीण बालक भारत का भविष्य का महान शिल्पी बनने की ओर अग्रसर हुआ। 1950 के दशक में...