करंट अफेयर्स में छिपे UPSC मेन्स के संभावित प्रश्न प्रस्तावना UPSC सिविल सेवा परीक्षा केवल तथ्यों का संग्रह नहीं है, बल्कि सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता की परीक्षा है। प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) तथ्यों और अवधारणाओं पर केंद्रित होती है, लेकिन मुख्य परीक्षा (Mains) विश्लेषणात्मक क्षमता, उत्तर लेखन कौशल और समसामयिक घटनाओं की समझ को परखती है। यही कारण है कि करंट अफेयर्स UPSC मेन्स की आत्मा माने जाते हैं। अक्सर देखा गया है कि UPSC सीधे समाचारों से प्रश्न नहीं पूछता, बल्कि घटनाओं के पीछे छिपे गहरे मुद्दों, नीतिगत पहलुओं और नैतिक दुविधाओं को प्रश्न में बदल देता है। उदाहरण के लिए, अगर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जलवायु परिवर्तन की चर्चा हो रही है, तो UPSC प्रश्न पूछ सकता है — “भारत की जलवायु नीति घरेलू प्राथमिकताओं और अंतरराष्ट्रीय दबावों के बीच किस प्रकार संतुलन स्थापित करती है?” यानी, हर करंट इवेंट UPSC मेन्स के लिए एक संभावित प्रश्न छुपाए बैठा है। इस लेख में हम देखेंगे कि हाल के करंट अफेयर्स किन-किन तरीकों से UPSC मेन्स के प्रश्न बन सकते हैं, और विद्यार्थी इन्हें कैसे अपनी तै...
अहमदाबाद को 2030 शताब्दी राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी: वैश्विक खेल परिदृश्य और भारतीय विरासत के लिए ऐतिहासिक क्षण प्रस्तावना राष्ट्रमंडल खेल—जो विभिन्न सांस्कृतिक, भौगोलिक और आर्थिक पृष्ठभूमि वाले 70 से अधिक सदस्य देशों को एक मंच पर लाते हैं—दुनिया के सबसे बड़े बहु-खेल आयोजनों में से एक हैं। 1930 में ब्रिटिश एम्पायर गेम्स के रूप में आरंभ हुआ यह आयोजन आज एक ऐसी परंपरा बन चुका है, जिसमें खेल उत्कृष्टता, पारस्परिक सहयोग और वैश्विक एकता का अनूठा संगम दिखाई देता है। 26 नवंबर 2025 को 74 सदस्य देशों की राष्ट्रमंडल खेल महासभा ने भारत के अहमदाबाद को 2030 शताब्दी राष्ट्रमंडल खेलों के आधिकारिक मेजबान के रूप में चुनकर इतिहास रचा। सौ वर्ष पूरे होने वाले इस विशेष संस्करण की कमान भारत को मिलना न केवल एक अंतरराष्ट्रीय मान्यता है, बल्कि इस बात का प्रमाण भी है कि भारत वैश्विक खेल प्रशासन, अवसंरचना और आयोजन क्षमता के क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति स्थापित कर चुका है। ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य: 100 वर्षों की यात्रा 1930 के हैमिल्टन (कनाडा) से शुरू होकर केवल 11 देशों और 6 खेलों तक सीमित यह आयोजन आज एक सम...