पीएम मित्रा पार्क: भारत के वस्त्र उद्योग में एक क्रांतिकारी कदम
संपादकीय लेख
भारत, अपनी समृद्ध वस्त्र परंपरा और वैश्विक बाजार में बढ़ती मांग के साथ, अब एक नए युग की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्रा) पार्क योजना इस दिशा में एक मील का पत्थर है। यह योजना भारत को वैश्विक वस्त्र और परिधान उद्योग में अग्रणी बनाने का लक्ष्य रखती है, जिसके तहत देश भर में आठ मेगा टेक्सटाइल पार्क स्थापित किए जा रहे हैं। इनमें से एक प्रमुख पार्क मध्य प्रदेश के धार जिले में बन रहा है, जो भारत का सबसे बड़ा और पहला एकीकृत टेक्सटाइल पार्क होगा। इसके साथ ही, तमिलनाडु, गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में स्थापित अन्य पार्क इस योजना की रीढ़ हैं। यह संपादकीय लेख पीएम मित्रा पार्कों के महत्व, उनके आर्थिक और सामाजिक प्रभाव, और भारत के वस्त्र भविष्य को रेखांकित करता है।
पीएम मित्रा पार्क: एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण
वस्त्र उद्योग भारत की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो लाखों लोगों को रोजगार देता है और निर्यात में योगदान देता है। हालांकि, खंडित आपूर्ति श्रृंखला, पुरानी तकनीक और उच्च परिवहन लागत ने भारत को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में पीछे रखा है। पीएम मित्रा पार्क योजना इन समस्याओं का समाधान करती है, जिसमें "5F" दृष्टिकोण—कृषि से कपड़ा, कारखाना, फैशन और विदेशी निर्यात—के तहत पूरी मूल्य श्रृंखला को एकीकृत किया गया है। ये पार्क विश्व-स्तरीय बुनियादी ढांचे, सतत प्रौद्योगिकी, और निवेश-अनुकूल नीतियों के साथ बांग्लादेश और वियतनाम जैसे देशों को टक्कर देने के लिए तैयार हैं।
धार, मध्य प्रदेश: भारत का सबसे बड़ा टेक्सटाइल हब
मध्य प्रदेश के धार जिले में भैंसोला गांव, बड़नावर तहसील में 2,158 एकड़ में फैला पीएम मित्रा पार्क भारत का सबसे बड़ा और सबसे महत्वाकांक्षी पार्क है। यह पार्क खरगोन, बड़वानी और खंडवा जैसे कपास उत्पादक क्षेत्रों की निकटता का लाभ उठाएगा। 17 सितंबर, 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया, जिसमें उन्होंने माहेश्वरी साड़ियों की ऐतिहासिक विरासत को वैश्विक मंच पर ले जाने की बात कही। इस परियोजना में 2,050 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश और 23,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं, जिसमें 114 कंपनियां भाग ले रही हैं। यह पार्क हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करेगा, विशेष रूप से महिलाओं के लिए, और 2027 तक पूर्ण परिचालन की उम्मीद है।
अन्य क्षेत्रों में पीएम मित्रा पार्क
धार के अलावा, सात अन्य पार्क भारत के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित किए जा रहे हैं, जो क्षेत्रीय संतुलन और स्थानीय विशेषताओं को बढ़ावा देते हैं:
- तमिलनाडु (विरुधुनगर जिला): मार्च 2023 में शुरू हुआ यह पार्क 1,052 एकड़ में फैला है और सबसे तेजी से प्रगति कर रहा है। यह नवीनतम तकनीक और विदेशी निवेश को आकर्षित कर रहा है।
- गुजरात (नवसारी जिला): परिधान और तकनीकी वस्त्रों पर केंद्रित, यह पार्क गुजरात के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र का लाभ उठाएगा।
- उत्तर प्रदेश (लखनऊ और हरदोई जिले): दो पार्कों के साथ, यह राज्य उत्तरी भारत में कुशल श्रमिकों को रोजगार प्रदान करेगा।
- हरियाणा (पानीपत जिला): होम टेक्सटाइल हब के रूप में प्रसिद्ध, यह पार्क क्षेत्र की मौजूदा ताकत को बढ़ाएगा।
- कर्नाटक (कालबुर्गी जिला): सतत परिधान निर्माण पर जोर।
- महाराष्ट्र (हिंगोली जिला): विदर्भ क्षेत्र में रोजगार सृजन को बढ़ावा।
- आंध्र प्रदेश (अनंतपुर जिला): स्थानीय कपास उत्पादन के साथ एकीकरण।
ये पार्क क्षेत्रीय विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मांग को पूरा करेंगे। प्रत्येक पार्क में साझा सुविधाएं जैसे अपशिष्ट उपचार संयंत्र, सौर ऊर्जा, और डिजाइन केंद्र होंगे, जो सतत विकास को बढ़ावा देंगे।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
पीएम मित्रा पार्क योजना भारत के वस्त्र उद्योग को 2030 तक 100 बिलियन डॉलर के निर्यात लक्ष्य तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कुल 4,445 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता के साथ, ये पार्क 20 लाख रोजगार (प्रत्येक पार्क में लगभग 1 लाख प्रत्यक्ष और 2 लाख अप्रत्यक्ष) सृजित करेंगे। यह विशेष रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में महिलाओं और युवाओं के लिए अवसर प्रदान करेगा।
इसके अलावा, ये पार्क पर्यावरण-अनुकूल प्रौद्योगिकियों को अपनाकर ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देंगे। धार में 10 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र और 20 MLD का अपशिष्ट उपचार संयंत्र इसका उदाहरण है। वैश्विक निवेशकों, जैसे दुबई के टेक्सटाइल मर्चेंट्स ग्रुप और स्पेन की Inditex, का रुझान इन पार्कों की वैश्विक अपील को दर्शाता है।
चुनौतियां और भविष्य की राह
हालांकि पीएम मित्रा पार्क योजना अत्यंत आशाजनक है, कुछ चुनौतियां भी हैं। भूमि अधिग्रहण, स्थानीय समुदायों का पुनर्वास, और समय पर बुनियादी ढांचा विकास महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, वैश्विक प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए नवाचार और कौशल विकास पर निरंतर ध्यान देना होगा। सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि ये पार्क केवल बड़े उद्योगों के लिए नहीं, बल्कि छोटे और मध्यम उद्यमों (MSMEs) के लिए भी सुलभ हों।
निष्कर्ष
पीएम मित्रा पार्क योजना भारत के वस्त्र उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का एक दूरदर्शी प्रयास है। धार, मध्य प्रदेश का पार्क, अपनी विशालता और रणनीतिक महत्व के कारण, इस दिशा में एक प्रेरणा है। अन्य सात पार्कों के साथ, यह योजना क्षेत्रीय समृद्धि, रोजगार सृजन, और सतत विकास को बढ़ावा दे रही है। यह भारत को वैश्विक टेक्सटाइल हब के रूप में स्थापित करने का एक सुनहरा अवसर है। सरकार, उद्योग, और स्थानीय समुदायों के सहयोग से, पीएम मित्रा पार्क भारत के आर्थिक और सांस्कृतिक परिदृश्य को नया आकार देंगे।
आह्वान: यह समय है कि हम इस पहल को न केवल एक औद्योगिक परियोजना, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और आर्थिक विरासत को विश्व मंच पर ले जाने के अवसर के रूप में देखें। धार से लेकर पानीपत तक, ये पार्क भारत के उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक हैं।
नोट: अधिक जानकारी के लिए वस्त्र मंत्रालय (www.texmin.nic.in) या संबंधित राज्य औद्योगिक निगमों की वेबसाइट देखें।
UPSC संभावित प्रश्न:
1-“पीएम मित्रा पार्क योजना भारत के वस्त्र उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में कैसे आगे ले जा सकती है?”
2-“5F दृष्टिकोण (Farm, Fibre, Factory, Fashion and Foreign) के क्या लाभ हैं?”
3-“धार पीएम मित्रा पार्क भारत की क्षेत्रीय असमानताओं को कैसे कम कर सकता है?”
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