आज की समसामयिकी (6 सितंबर 2025): UPSC दृष्टिकोण से
1. भारत का प्रोटीन बाजार: पोषण सुरक्षा और आर्थिक विकास का संकेत
भारत का प्रोटीन बाजार 2025 में 1.52 बिलियन USD तक पहुंचने की उम्मीद है और 2030 तक 2.08 बिलियन USD हो जाएगा (CAGR 6.52%)। यह स्वास्थ्य जागरूकता, शाकाहारी/वीगन आबादी और फिटनेस संस्कृति से प्रेरित है। हालांकि, अधिकांश प्रोटीन अनाज-आधारित है जिसमें आवश्यक अमीनो एसिड की कमी है। अब ब्रांड ब्रेड, डोसा, पनीर और कुल्फी जैसे प्रोटीन-युक्त उत्पाद ला रहे हैं।
🔹 प्रसंग: भारत में NFHS-5 रिपोर्ट के अनुसार 30-40% आबादी प्रोटीन की कमी से ग्रस्त है।
🔹 सरकारी पहल: PLI योजना, महाराष्ट्र का 2,399 करोड़ का पैकेज (सोयाबीन किसानों के लिए), POSHAN अभियान।
🔹 चुनौती: प्रोटीन-एनर्जी मैलन्यूट्रिशन, जलवायु परिवर्तन से पशु-प्रोटीन संकट।
👉 UPSC दृष्टिकोण (GS-3):
- पोषण सुरक्षा और SDG-2 (Zero Hunger)।
- कृषि विविधीकरण (सोयाबीन, चना, मटर जैसे प्लांट-प्रोटीन)।
- हेल्थ और इकोनॉमिक पॉलिसी इंटरलिंक।
2. रूसी तेल आयात पर भारत का रुख: ऊर्जा सुरक्षा और भू-राजनीतिक संतुलन
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत रूसी तेल खरीदना जारी रखेगा, चाहे पश्चिमी दबाव हो या अमेरिकी 50% टैरिफ। रूस से आयात अब भारत की कुल तेल खपत का 40% है, जबकि 2022 में यह नगण्य था।
🔹 प्रसंग: भारत 85% तेल आयात करता है (IEA)।
🔹 लाभ: भारत ने सस्ते रूसी तेल से $13-26 बिलियन बचाए।
🔹 चुनौती: अमेरिकी टैरिफ से टेक्सटाइल और ज्वेलरी निर्यात पर असर।
👉 UPSC दृष्टिकोण (GS-2/GS-3):
- स्ट्रैटेजिक ऑटोनॉमी – रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच संतुलन।
- ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता।
- BRICS और G20 के संदर्भ में बहुपक्षीयता।
3. राजगीर में एशिया कप: खेल पर्यटन और सांस्कृतिक कूटनीति
बिहार के राजगीर में एशिया कप हॉकी 2025 आयोजित हो रहा है। जापान टीम ने राजगीर के बौद्ध मठ और शांति स्तूप का दौरा किया।
🔹 प्रसंग: जापान-बिहार का बौद्ध कनेक्शन (8वीं शताब्दी से)।
🔹 भारत का प्रदर्शन: चीन, जापान, कजाकिस्तान को हराया; कोरिया से ड्रॉ।
🔹 चुनौतियां: गर्मी, नमी, दूरस्थ एयरपोर्ट।
👉 UPSC दृष्टिकोण (GS-1/GS-2/GS-3):
- सॉफ्ट पावर डिप्लोमेसी: खेल + संस्कृति = एक्ट ईस्ट पॉलिसी।
- स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर: ग्रामीण क्षेत्रों में स्टेडियम निर्माण।
- सस्टेनेबल टूरिज्म: जलवायु परिवर्तन के बीच खेल आयोजन।
4. पंजाब बाढ़: जलवायु परिवर्तन और बुनियादी ढांचे की कमजोरियां
2025 की बाढ़ में 1,400 गांव प्रभावित, 3.71 लाख एकड़ फसल नष्ट और 37 मौतें हुईं।
🔹 कारण:
- टूटे तटबंध, अवरुद्ध नालियां।
- बाढ़ मैदानों पर अवैध निर्माण।
- हिमाचल में अति-कंक्रीटाइजेशन।
🔹 भूगोल: पंजाब का इंडो-गंगा मैदान बाढ़-प्रवण।
👉 UPSC दृष्टिकोण (GS-3):
- आपदा प्रबंधन: NDMA, SDG 13 (Climate Action)।
- भारत-पाक संबंध: दोनों पंजाब प्रभावित, IWT विवाद।
- कृषि अर्थव्यवस्था: गेहूं-धान बेल्ट पर प्रभाव।
5. उर्दू अकादमी का जावेद अख्तर कार्यक्रम रद्द: भाषा बनाम धार्मिक कट्टरता
पश्चिम बंगाल उर्दू अकादमी ने जावेद अख्तर का कार्यक्रम रद्द किया। कारण: उनके नास्तिक विचारों पर धार्मिक संगठनों की आपत्ति। नसीरुद्दीन शाह ने विरोध करते हुए कहा – उर्दू किसी धर्म की नहीं, संस्कृति की भाषा है।
🔹 प्रसंग: प्रेमचंद, फिराक गोरखपुरी, गुलजार, गालिब – सभी ने उर्दू साहित्य में योगदान दिया।
🔹 संवैधानिक प्रासंगिकता: अनुच्छेद 19 (अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता), 8वीं अनुसूची।
👉 UPSC दृष्टिकोण (GS-1/GS-2):
- भाषाई विविधता और सेकुलरिज्म।
- संस्कृति बनाम कट्टरता।
- अल्पसंख्यक अधिकार और चुनावी राजनीति।
6. 'द कॉन्जुरिंग: लास्ट राइट्स' – हॉरर फ्रेंचाइजी का अंत
शुभ्रा गुप्ता की समीक्षा में यह फिल्म दोहराव और कमजोर स्क्रिप्ट के कारण निराशाजनक बताई गई।
👉 UPSC दृष्टिकोण (GS-1/GS-3):
- मीडिया और सॉफ्ट पावर: हॉलीवुड फिल्मों का भारतीय दर्शकों पर प्रभाव।
- सांस्कृतिक निर्यात: हॉरर जॉनर का वैश्विक प्रसार।
- भारतीय संदर्भ: ‘भूल भुलैया’ जैसी फिल्मों से समानता।
निष्कर्ष
आज की खबरें पोषण सुरक्षा, ऊर्जा, खेल कूटनीति, जलवायु आपदा, भाषाई विविधता और सांस्कृतिक प्रभाव पर केंद्रित हैं।
👉 ये GS पेपर 1-3 में सीधे सवाल ला सकती हैं।
👉 इनका संबंध SDGs, भारत की विदेश नीति, सेकुलरिज्म, और आपदा प्रबंधन से भी जुड़ता है।
🎯 संभावित UPSC प्रश्न
- GS-3 (अर्थव्यवस्था): भारत के प्रोटीन बाजार की चुनौतियों और अवसरों का विश्लेषण कीजिए।
- GS-2 (IR): भारत की ऊर्जा सुरक्षा नीति में "स्ट्रैटेजिक ऑटोनॉमी" की भूमिका पर चर्चा कीजिए।
- GS-1 (संस्कृति): खेल पर्यटन सांस्कृतिक कूटनीति का साधन कैसे बन सकता है?
- GS-3 (पर्यावरण): पंजाब बाढ़ के संदर्भ में जलवायु परिवर्तन और मानवीय गतिविधियों की भूमिका समझाइए।
- GS-2 (संविधान): उर्दू विवाद को आधार बनाकर भाषा, धर्म और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर चर्चा कीजिए।
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